IPTA Jharkhand: रांची-राजधानी रांची के लेक रोड स्थित एटक भवन में इप्टा झारखंड इकाई की राज्य परिषद की बैठक हुई. इसमें सर्वसम्मति से वरिष्ठ कथाकार रणेन्द्र को इप्टा झारखंड का अध्यक्ष चुना गया. उन्होंने कहा कि संगठन ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे पूरी निष्ठा से निभाऊंगा. उन्होंने विभिन्न भाषाओं के कलाकारों को एकजुट करने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि संथाल परगना तक इप्टा की पहुंच बनाना उनकी प्राथमिकता होगी. इस बैठक में फिल्मकार बीजू टोप्पो को सम्मानित किया गया.
शहीदों और मृतकों को दी गयी श्रद्धांजलि
राज्य सचिव रवि शंकर ने शोक प्रस्ताव रखा. उन्होंने जीवनपर्यंत लोकतंत्र और समाजवादी विश्व के निर्माण के लिए संघर्षरत रहे एस सुधाकर रेड्डी एवं जगदीप छोकर को श्रद्धांजलि दी. इजराइल-फिलिस्तीन युद्ध में शहीद हुई फिलिस्तीनी जनता एवं पंजाब और उत्तराखंड की बाढ़ में मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. परिषद के सभी सदस्यों ने 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी.
पेश की गयी तीन साल की गतिविधियों की रिपोर्ट
झारखंड इप्टा की महासचिव अर्पिता ने बीते तीन वर्षों की गतिविधियों की रिपोर्ट प्रस्तुत की. उन्होंने बताया कि “ढाई अक्षर प्रेम की यात्रा” राज्य की उल्लेखनीय गतिविधियों में रही. इस यात्रा के दौरान प्रगतिशील संगठनों के साथ गहरा समन्वय स्थापित हुआ. इस यात्रा पर बीजू टोप्पो ने एक आकर्षक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी तैयार की. इसी अवधि में झारखंड इप्टा ने डाल्टनगंज में राष्ट्रीय सम्मेलन का सफल आयोजन भी किया. बैठक में शाखा सचिवों एवं सक्रिय सदस्यों ने अपनी-अपनी शाखाओं की गतिविधियों की रिपोर्ट प्रस्तुत की.
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साझी संस्कृति और आपसी भाईचारे को पहुंच रहा नुकसान
अबरार अहमद ने कहा कि वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था में धर्म का बेजा इस्तेमाल हो रहा है. संस्कृति को धर्म से जोड़ते हुए राजनीति की जा रही है, जिससे साझी संस्कृति और आपसी भाईचारे को नुकसान पहुंच रहा है. संस्कृति कर्मियों की जिम्मेदारी है कि वे स्वतंत्रता, समता, न्याय और भाईचारे का संदेश जन-जन तक पहुंचाएं. इसके लिए हमें तकनीक का अधिकाधिक उपयोग करना होगा और विजुअल माध्यमों पर विशेष जोर देना होगा.
पांच सदस्यीय प्रारूप समिति का गठन
राष्ट्रीय महासचिव तनवीर अख्तर ने कहा कि झारखंड इप्टा को अपना राज्य स्तरीय संविधान बनाना चाहिए. इसके लिए पांच सदस्यीय प्रारूप समिति का गठन किया गया, जिसका अध्यक्ष सर्वसम्मति से अहमद बद्र को बनाया गया. समिति में इबरार अहमद, शैलेंद्र कुमार, उपेंद्र कुमार मिश्रा और अर्पिता को सदस्य नामित किया गया.
फिल्मकार बीजू टोप्पो को किए गए सम्मानित
बैठक में निर्णय लिया गया कि झारखंड इप्टा की प्रत्येक शाखा तीन महीने में एक दिवसीय वैचारिक कार्यशाला आयोजित करेगी. इसके बाद राज्य स्तर पर एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला और वैचारिक कार्यशाला आयोजित की जाएगी. वैचारिक कार्यशाला की संभावित तिथि जनवरी माह में सफदर हाशमी के शहादत दिवस के अवसर पर तय की गयी है. नाटक कार्यशाला के आयोजन पर भी सकारात्मक विचार-विमर्श हुआ. बैठक में लोकप्रिय फिल्मकार बीजू टोप्पो को सम्मानित किया गया. बैठक में रांची, पलामू, चाईबासा और जमशेदपुर के इप्टाकर्मी बड़ी संख्या में शामिल हुए.
मौके पर ये थे मौजूद
राज्य परिषद की बैठक की अध्यक्षता कार्यकारी अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार ने की. बतौर पर्यवेक्षक इप्टा के राष्ट्रीय महासचिव तनवीर अख्तर, वरिष्ठ कथाकार रणेन्द्र, इप्टा झारखंड के संरक्षक जयशंकर चौधरी, उपेंद्र कुमार मिश्रा और फरजाना मंच पर मौजूद थे. इप्टा के संरक्षक इबरार अहमद, सामाजिक कार्यकर्ता और संरक्षक आलोका कुजूर, जमशेदपुर इप्टा के अध्यक्ष अहमद बद्र, प्रगतिशील लेखक संघ के राज्य महासचिव मिथिलेश और डॉक्यूमेंट्री फिल्म मेकर बीजू टोप्पो विशेष रूप से मौजूद थे.

