रांची.
राज्य के स्वास्थ्य कर्मचारियों को पिछले सात महीने से वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है. इसमें एसीएमओ, एमओ, क्लर्क व एफपीडब्ल्यू के अलावा सदर अस्पताल और सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात एएनएम व जीएनएम शामिल हैं. वेतन नहीं मिलने से इन्हें परेशानी हो रही है. स्वास्थ्य कर्मचारी अब आंदोलन के मूड में हैं. कर्मचारी 24 सितंबर को सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना देंगे. आमतौर पर सरकार से नये वित्तीय वर्ष का फंड अप्रैल महीने तक मिल जाता है, लेकिन इस वित्तीय वर्ष में अब तक फंड का आवंटन नहीं मिला है. नौ सितंबर को झारखंड राज्य कर्मचारी महासंघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी से मिलकर फंड उपलब्ध कराने का आग्रह भी किया था, इसके बावजूद कर्मचारी वेतन के लिए तरस रहे हैं. कर्मचारियों को अंतिम बार वेतन का भुगतान फरवरी 2025 में हुआ था. इसके बाद से तकरीबन 3000 कर्मचारियों को वेतन का भुगतान नहीं हुआ है.क्या है कारण
सूत्रों ने बताया कि आवंटन की फाइल स्वास्थ्य मंत्री के पास अनुमोदन के लिए भेजी गयी थी. लेकिन, मंजूरी नहीं दी जा रही है. कर्मचारियों का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री ने कारण पृच्छा के साथ संचिका विभाग को वापस कर दी थी. इसके बाद से कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है.
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