रांची. हज यात्रा के मुख्य अरकान मंगलवार तीन जून से शुरू हो जायेंगे. इस दिन सुबह फजर पढ़ कर हज यात्री मीना चले जायेंगे , जहां पांच वक्त की नमाज जोहर,असर, मगरिब, ऐशा और फजर पढ़ेंगे . इसके बाद चार को अराफात की मैदान में दो वक्त की नमाज जोहर और असर एक साथ पढ़ेंगे . यहां मगरिब तक रुक कर दुआ करेंगे . उसके बाद बिना मगरिब पढ़े मुजदलिफा चले जायेंगे. जहां पहुंच कर वह मगरिब और ऐशा की नमाज एक साथ पढ़ेंगे. उसके बाद शैतान को कंकड़ी मारने के लिए कंकड़ी चुनेंगे. इस रस्म को पूरा करने के बाद खुले मैदान में सो जायेंगे. यहां फजर की नमाज पढ़ेंगे और सूरज निकलने तक दुआ करेंगे. इसके बाद जमरात चले जायेंगे.
छह को बड़े शैतान को कंकड़ी
छह को बड़े शैतान को कंकड़ी मारेंगे. इसके बाद अपने खेमे में वापस मीना आ जायेंगे . जहां वह कुर्बानी का इंतजार करेंगे. इस दिन कुर्बानी के बाद बाल मुड़वायेंगे और स्नान के बाद एहराम उतार कर आम कपड़ा पहन लेंगे. इसके बाद खाने काबा का सात बार तवाफ करेंगे. तवाफ करने के बाद सफा मरवा का सात बार दौर लगायेंगे. इसके बाद वापस मीना आ जायेंगे. सात को तीनों शैतानों को कंकड़ी मारने के बाद वह अपने खेमे में वापस आ जायेंगे. यहां वह पांच वक्त की नमाज पढ़ेंगे. दूसरे दिन आठ को तीनों शैतान को कंकड़ी करने के बाद उसी दिन सूरज डूबने से पहले अपने-अपने होटल वापस आ जायेंगे, जहां वह पांच वक्त की नमाज पढ़ेंगे और मदीना जाने का इंतजार करेंगे. मदीना में उन्हें 40 वक्त की नमाज अदा करने के बाद वहीं से उनकी वापसी निर्धारित तिथि को शुरू हो जायेगी. इसी के साथ हज यात्रा का समापन हो जायेगा.हज यात्रा शुरू होने पर खुश हैं लोग
हज यात्रा शुरू होने पर लोगों में काफी खुशी है. उन्हें उम्मीद है कि सबकी दुआ से हज यात्रा बेहतर तरीके से पूरी हो जायेगी. जिसके लिए वह वहां गये हैं. अजीजिया से हाजी नौशाद ने कहा कि हम लोगों को अब हज शुरू होने का इंतजार है. सभी लोग अच्छी तरह से इबाादत में लगे हुए हैं. मौलाना शफीक अलियावी ने कहा कि हम लोगों का उमरा काफी पहले हो गया है. हम लोग यहां नियमित इबादत में लगे हुए हैं. हमारी वापसी मदीना से सात जुलाई को है और आठ को हम कोलकाता पहुंचेंगे. हम लोग यहां सबकी खुशहाली और तरक्की के लिए दुआ कर रहे है .डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है