रांची. आइआइटी कानपुर की ओर से रविवार को जेइइ एडवांस का आयोजन किया गया. राजधानी में आइऑन डिजिटल जोन तुपुदाना, फ्यूचर ब्राइट अरगोड़ा और अरूनुमा टेक्निकल सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड, चुटिया में केंद्र बनाये गये थे. इन केंद्रों पर लगभग 2500 विद्यार्थी रजिस्टर्ड थे. प्रवेश परीक्षा में परीक्षार्थियों की उपस्थिति 92 फीसदी रही.
कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) दो पाली में लिया गया
कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) दो पाली में लिया गया. पहली पाली की परीक्षा सुबह नौ से 12.00 तक और दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 2.30 से शाम 5.30 बजे तक हुई. दोनों पालियों में फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स के प्रश्न पूछे गये. विद्यार्थियों ने फिजिक्स और मैथ्स के प्रश्नों को कठिन बताया. वहीं केमेस्ट्री के सवाल अन्य खंडों की तुलना में आसान थे.
पेपर-वन में मैथ्स और फिजिक्स खंड को बताया
कठिन
पहली पाली में पेपर-वन की परीक्षा हुई. दोपहर 12.00 बजे केंद्र से निकले विद्यार्थियों ने मैथ्स और फिजिक्स खंड के प्रश्नों को कठिन बताया. मैथ्स में कैलकुलस से कम प्रश्न पूछे गये. इसकी जगह डुअल नेचर यानी दो टॉपिक को मिलाकर प्रश्न पूछे गये. ये प्रश्न फंक्शन एंड लिमिट, इफनिट इंटीग्रल, मैट्रिसेस, थ्री डी ज्योमेट्री, स्टैटिस्टिक प्रोबैबिलिटी, परम्यूटेशन कॉम्बिनेशन, कांप्लेक्स नंबर और सर्किल एंड इलिप्स को मिलाकर पूछे गये थे. जिन्हें हल करने में समय लगा. प्रश्न के अनुसार दिये गये उत्तर विकल्पों को हल करने के बाद भी परेशानी हुई. वहीं फिजिक्स में ऑप्टिक्स, काइनेमेटिक्स, रोटेशनल मोशन, काइनेटिक थ्योरी ऑफ गैस और मॉडर्न फिजिक्स से कठिन प्रश्न पूछे गये. इन्हें हल करने में समय लगा. वहीं फिजिक्स व मैथ्स की तुलना में केमिस्ट्री के प्रश्न आसान थे. हालांकि इनऑर्गेनिक से कम और एनसीइआरटी आधारित प्रश्न पूछे गये थे. केमिस्ट्री में ऑर्गेनिक से जुड़े सवालों की संख्या अधिक थी, इनमें एमाइंस, पॉलिमर, वॉयोमॉलिक्यूल्स, नेम रिएक्शन से जुड़े प्रश्न अधिक थे.
पेपर-टू में केमिस्ट्री के प्रश्नों को हल करने में लगा समय
जेइइ एडवांस की द्वितीय पाली की परीक्षा दोपहर 2.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक हुई. विद्यार्थी प्रश्न से थोड़े नाखुश दिखे. विद्यार्थियों के अनुसार पहली पाली की परीक्षा में जहां केमिस्ट्री के प्रश्नों ने राहत दी थी, वहीं दूसरी पाली में इन्हें हल करने में अधिक समय लगा. को-ऑर्डिनेशन कंपाउंड व केमिकल बॉडिंग के प्रश्न सीधे एनसीइआरटी से पूछे गये थे. प्रश्नपत्र में मिक्स्ड कॉन्सेप्ट और कंप्रिहेंशन आधारित प्रश्न ऑर्गेनिक केमिस्ट्री के चैप्टर से सवाल पूछे गये थे. जिनके उत्तर को हल करने में परेशानी हुई. वहीं मैथ्स के सभी प्रश्न हाई ऑर्डर थिंकिंग आधारित थे. जिन्हें हल करने के बाद भी सही उत्तर नहीं मिल रहा था. प्रश्न एप्लीकेशन ऑफ डेरिवेटिव्स, डेफि्नट इंटिग्रल, एरिया अंडर कर्व, इंवर्स ट्रिग्नोमेट्री, वेक्टर, थ्री डी ज्योमेट्री, क्वाड्रेटिक इक्वेशन समेत परम्यूटेशन एंड कंबिनेशन से पूछे गये थे. वहीं फिजिक्स के प्रश्नों ने खूब उलझाया. न्यूमेरिकल आधारित प्रश्न भी दो कॉन्सेप्ट को मिलाकर पूछे गये थे. जिन्हें हल करने में समय लगा. मॉडर्न फिजिक्स से जुड़े प्रश्न अधिक पूछे गये.
…………………………………………क्या कहते हैं एक्सपर्ट ::::चैम्प स्क्वायर के विकास गुप्ता ने कहा कि जेइइ एडवांस में ऑवरऑल पेपर-1 मॉडरेट लेवल का था. जिसमें मैथ्स का पेपर लेंदी था, फिजिक्स का मॉडरेट लेवल और केमिस्ट्री का प्रश्न आसान था. पेपर-टू का ओवरऑल कठिन था. गणित लेंदी और फिजिक्स मॉडरेट से कठिन और केमिस्ट्री मॉडरेट था. दोनों पेपर का पैटर्न पिछले वर्ष 2024 की ही तरह था. दोनों पेपर में 48-48 प्रश्न पूछे गये थे. पिछले वर्ष की तुलना में प्रश्नपत्र आसान था. दोनों पेपर 180-180 अंक के थे. मैथ्स में वेक्टर और थ्री डी जियोमेट्री, लिमिट्स, एप्लीकेशन ऑफ डिरिवेटिस का अधिक वेटेज था.
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