प्रतिनिधि, रातू.
रातू के प्रखंड सह अंचल कार्यालय में शुक्रवार के पूर्वाह्न लगभग 11.20 बजे अफरा-तफरी मच गयी. अंचल कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर से लेकर कर्मचारी, किरानी व चपरासी सभी कार्यालय छोड़ बाहर भाग निकले. कर्मचारियों के चेहरे में साफ-साफ एसीबी अधिकारियों का भय दिखा. दरअसल पूर्वाह्न लगभग 11 बजे एसीबी के कुछ अधिकारी अपने वाहन से प्रखंड कार्यालय पहुंचे. जानकारी अनुसार वो किसी कर्मचारी को ही रिश्वत लेने के मामले में पकड़ने आये थे. लेकिन उनके आते ही बात लीक हो गयी और सभी अंचल कर्मी कार्यालय से बाहर भाग गये. हालांकि इस दौरान अंचल अधिकारी रवि कुमार कार्यालय में नहीं थे. वे ऑफिशियल काम से कहीं बाहर गये थे. हालांकि प्रखंड कार्यालय में उसका प्रभाव देखने को नहीं मिला. प्रश्न यह उठता है कि यदि अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार नहीं है तो फिर कर्मचारियों को भय किस बात की है. उनके चेहरे पर जो भाव और भय था, उससे यह स्पष्ट है कि कार्यालय में अपने कार्यों से आनेवाले आम जनता से रकम वसूली जाती है. लगभग एक घंटे तक अंचल कार्यालय में हड़कंप मचा रहा और दिन भर कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक खौफजदा रहे. यहां बता दें कि आज से लगभग दो वर्ष पूर्व एसीबी ने रातू के तत्कालीन सीओ प्रदीप कुमार समेत राजस्व कर्मचारी व एक दलाल को ट्रैप कर जेल भेजा गया था. तभी से ही इस कार्यालय में एसीबी के अधिकारियों का भय व्याप्त है. हालांकि शुक्रवार को इन्फॉर्मेशन लीक होने के कारण एसीबी के अधिकारियों को भ्रष्टाचार के विरुद्ध कोई सफलता नहीं मिली.एसीबी की टीम आने पर रातू अंचल कार्यालय में अफरा-तफरीB
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