संग्राम क्लब दुर्गा पूजा समिति. प्राचीन मंदिर की झलक देगा कचहरी चौक का 55 फीट ऊंचा पंडाल
रांची. संग्राम क्लब दुर्गा पूजा समिति कचहरी चौक की ओर से वर्ष 1969 से दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है. इस वर्ष भी समिति परंपरा और सांस्कृतिक गरिमा का अद्भुत संगम प्रस्तुत कर रही है. शक्ति का अभियान थीम पर पूजा का आयोजन किया जा रहा है. मां दुर्गा की शक्ति, संस्कृति और विजय गाथा को न केवल पूजा-अर्चना के माध्यम से बल्कि कला, स्थापत्य और वातावरण के जरिए भी जीवंत रूप में प्रस्तुत किया जायेगा. इस वर्ष का पंडाल एक प्राचीन भारतीय मंदिर की शैली में बनाया जा रहा है, जिसकी वास्तुकला ओडिशा के लिंगराज और कोणार्क मंदिर से प्रेरित है. पंडाल निर्माण में पर्यावरण, अनुकूल सामग्रियों का उपयोग किया गया है. पंडाल का अंदर के हिस्से में भव्य दरबार का होगा. दीवारों पर देवी की मूर्तिकला, पारंपरिक डिजाइन और अलंकारिक छतें अंदरूनी हिस्से को और दिव्यता से भर देंगी. पंडाल का पट सप्तमी के दिन नवपत्रिका प्रवेश के साथ मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जायेगा. इस वर्ष के आयोजन में 14 लाख खर्च होंगे. संग्राम क्लब के कार्यकारी अध्यक्ष नीरज वर्मा ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल एक पूजा पंडाल बनाना नहीं, बल्कि ऐसा सांस्कृतिक मंच तैयार करना है जहां श्रद्धा, समाज की एकता, संस्कृति की धरोहर और कलात्मकता का संगम हो.पंडाल की खासियत
पंडाल 55 फीट ऊंचा और 50 फीट चौड़ा होगा
पंडाल की लागत : 6.5 लाख रुपयेपंडाल के बाहरी हिस्से की बारीक नक्काशी और स्थापत्य शिल्प दर्शकों को प्राचीन मंदिरों की याद दिलायेगी.
पंडाल निर्माण : शुभारंभ टेंट हाउस, रांची (कोलकाता के राजू दा)मां दुर्गा की प्रतिमा
प्रतिमा की लागत : 1.5 लाख रुपये
प्रतिमा : लगभग 12 फीट ऊंचीप्रतिमा की विशेषताएं : पारंपरिक बंगाली शिल्पकला का उत्कृष्ट उदाहरण रहेगा. मां की लाल और सुनहरी साड़ी, शांत किंतु प्रखर मुखाकृति, गणेश, कार्तिकेय, लक्ष्मी, सरस्वती और महिषासुर रहेंगे.
प्रतिमा निर्माण : दीपक दास (कोलकाता)डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

