पिपरवार. रैयत विस्थापित मोर्चा की प्रबंधन के साथ एजेंडा मीटिंग पिपरवार जीएम ऑफिस कांफ्रेंस हॉल में शनिवार को प्रभारी जीएम जितेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई. इसमें राजधर साइडिंग से संबंधित सात सूत्री मांगों पर विस्तार से चर्चा की गयी. वार्ता के दौरान निजी कंपनियों में प्राथमिकता के आधार पर विस्थापितों की बहाली, विस्थापित ग्रामीणों की मूलभूत सुविधायें, रोजगार, वनपट्टा, कोल डंप आदि मुद्दों पर बारी-बारी से चर्चा की गयी. इस पर प्रबंधन ने सकारात्मक पहल करते हुए दो दिनो में निर्णय लेने का आश्वासन दिया. मोर्चा पदधारियों ने कहा कि विस्थापितों के रोजगार से कोई समझौता नहीं किया जायेगा. यदि दो दिनो में सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया, तो 14 अक्टूबर से राजधर साइडिंग को अनिश्चितकालीन बंद कर दिया जायेगा. संचालन एसओपी नागेश गोपाल ने किया. मौके पर एएसओ हेमचंद महतो, साइडिंग मैनेजर मोहन लाल सिंह, उज्ज्वल कुमार, सीएचपी पीओ पीके सिंह, राजीव रंजन, आभास त्रिपाठी एवं मोर्चा नेताओं में इकबाल हुसैन, रामचंद्र उरांव, नागेश्वर गंझू, परमेश्वर गंझू, रंथू गंझू, अर्जुन गंझू, महेश प्रसाद, परवेज आलम, जसीम, शिव प्रसाद चौहान, इंद्रजीत उरांव, पंकज कुमार दास, अनिल राम, राहुल राम, राजू करमाली, मनोज प्रजापति, मुनेश मुंडा, ललन करमाली, छोटी देवी, राजू करमाली, रतन महतो, चेतलाल महतो आदि उपस्थित थे.
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