Covid19 Lockdown 3.0 Jharkhand LIVE: रांची : झारखंड (Jharkhand) में कोरोना (Coronavirus) के एक संदिग्ध मरीज की मौत हो गयी है. राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) में यह संदिग्ध भर्ती था. स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने कोरोना संदिग्ध की मौत की पुष्टि करते हुए कहा है कि हार्ट अटैक की वजह से उसकी मौत हुई है. उधर, अलग-अलग राज्यों से प्रवासी मजदूरों के अपने गृह राज्य लौटने का सिलसिला जारी है. वल्लोर (Vellore) के काटपाडी जंक्शन से एक ट्रेन मंगलवार (6 मई, 2020) की देर रात 11:00 बजे खुली. वहीं, झारखंड के प्रवासी मजदूरों (Stranded Migrant Labourers) को लेकर एक ट्रेन पंजाब (Punjab) से भी रवाना हुई. इसके पहले तेलंगाना, राजस्थान व अन्य राज्यों से 18000-2000 मजदूर अपने घर आ चुके हैं. कोरोना वायरस की वजह से घोषित लॉकडाउन के दौरान झारखंड की हर ताजा अपडेट के लिए जुड़े रहें prabhatkhabar.com (प्रभात खबर) के साथ...
सिमडेगा : झारखंड के 85 प्रवासी मजदूर तेलंगाना के रंगारेड्डी जिला के मिरचल नामक गांव में फंसे हुए है. इनमें 83 मजदूर गुमला एवं सिमडेगा जिला के रहने वाले है. करीब 20 लोग कोलेबिरा प्रखंड के रहने वाले है. रेंगारेड्डी जिला के प्रशासन द्वारा उन्हें अपने राज्य झारखंड रेल के माध्यम से भेजने के लिए 5 मई को एक जगह इकट्ठा कराकर सभी मजदूरों को घर भेजने के लिए पास बनवाया गया था. परंतु बुधवार शाम उन्हें कहा गया कि उनका पास रद्द हो गया है. इसके बाद सभी मजदूर काम कर रहे कंपनियों में वापस गये. परंतु कंपनियों ने मजदूरों को वापस लेने से मना कर दिया.
सभी मजदूर मजबूरन पैदल ही झारखंड के लिए निकल पड़े हैं. इनमें से एक व्यक्ति अजय कुमार जो कोलेबिरा प्रखंड का रहने वाला है. उसने फोन के माध्यम से प्रभात खबर प्रतिनिधि रविकांत साहू को यह जानकारी दी कि सभी मजदूरों के पास पैसा भी खत्म हो गया है. खाने पीने में काफी परेशानी हो रही है. सभी मजदूरों ने झारखंड सरकार और जिला प्रशासन से झारखंड वापसी के लिए मदद की गुहार लगायी है. झारखंड में कोरोना संक्रमण से जुड़ी हर News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
मौलाना आजाद कॉलोनी, कांटा टोली में मोहल्ला राहत केंद्र की ओर से रमजान किट का वितरण किया गया. दूसरे फेज में 60 अत्यंत गरीब परिवारों के घरों जाकर रमजान किट एवं आने वाली ईद को देखते हुए कपड़े बांटे गये. पहले फेज में भी 50 परिवारों को किट दिया गया था. राहत केंद्र का संचालन कर रहे औरंगजेब खान ने कहा कि लॉकडाउन हो जाने के कारण रोज कमाने खाने वाले परिवार भूखमरी के शिकार हो रहे थे. इसी को देखते हुए यहां के नौजवानों ने यह फैसला लिया कि हम किसी भी कीमत पर किसी को भूखा नहीं मरने देंगे लगातार वैसे परिवारों को चिन्हित कर उनके घरों तक राशन पहुंचाया भी जा रहा है.
रांची : पलामू से पांच नये कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. ये सभी पिछले दिनों छत्तीसगढ़ से भागकर झारखंड आये थे. सभी संक्रमित पलामू के रहने वाले हैं. अभी सारे लोग सदर अस्पताल पलामू में क्वारेंटाइन में हैं. जानकारी के अनुसार संक्रमितों में चार पुरुष और महिला शामिल है. दो पुरुष नौडीहा के हैं और महिला पाटन की है. वहीं, दो पुरुष मनातू गांव के हैं. ये सभी छत्तीसगढ़ में मजदूरी का काम करते थे. इन मामलों के साथ झारखंड में संक्रमितों की संख्या 132 हो गयी है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि झारखंड से रेलवे को बड़ा राजस्व प्राप्त होता है, लेकिन फंसे हुए प्रवासियों को राज्य वापस लाने के लिए परिवहन का खर्च माफ नहीं किया गया. उन्होंने बताया कि लगभग तीन लाख लोगों ने झारखंड लौटने के लिए पंजीकरण कराया है. उन सभी लोगों को वापस लाया जायेगा, जो घर आना चाहते हैं.
वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव एवं रोकथाम हेतु रांची जिला प्रशासन ने कई कदम उठाये हैं. लॉकडाउन की अवधि में एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए झारखंड सरकार ने ई-पास जारी करने की सुविधा दी है. ई-पास एक वेब एप्लिकेशन के जरिये ई-पास जारी होंगे, ताकि आमजनों को एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के क्रम में कोई समस्या न हो. लोग इसके लिए https://epassjharkhand.nic.in पर आवेदक आवेदन कर सकते हैं. ई-पास की सुविधा केवल छोटे वाहनों के लिए है. व्यावसायिक वाहनों के लिए यह पास मान्य नहीं होगा.
पंजाब के जालंधर से पलामू के 1,188 श्रमिक सुपर फास्ट स्पेशल ट्रेन से डाल्टेनगंज रेलवे स्टेशन पहुंचे. उपायुक्त डॉ शांतनु कुमार अग्रहरि के अलावा प्रशासनिक पदाधिकारियों, स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों व रेलवे के अधिकारियों ने श्रमिकों का स्वागत किया. डाल्टेनगंज रेलवे स्टेशन पर ही श्रमिकों की मेडिकल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गयी थी. सभी श्रमिकों की थर्मल स्क्रीनिंग के बाद उनके हाथ सैनिटाइज कराकर मास्क उपलब्ध कराया गया. सभी को कोरोना से बचने के लिए आवश्यक जानकारी देते हुए 14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रहने के लिए कहा गया.
Covid19 Lockdown 3.0 Jharkhand LIVE: रांची : झारखंड में कोरोना के एक संदिग्ध मरीज की मौत हो गयी है. राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) में यह संदिग्ध भर्ती था. स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने कोरोना संदिग्ध की मौत की पुष्टि करते हुए कहा है कि हार्ट अटैक की वजह से उसकी मौत हुई है. उधर, अलग-अलग राज्यों से प्रवासी मजदूरों के अपने गृह राज्य लौटने का सिलसिला जारी है. वल्लोर के काटपाडी जंक्शन से एक ट्रेन मंगलवार (6 मई, 2020) की देर रात 11:00 बजे खुली. वहीं, झारखंड के प्रवासी मजदूरों को लेकर एक ट्रेन पंजाब से भी रवाना हुई. इसके पहले तेलंगाना, राजस्थान व अन्य राज्यों से 18000-2000 मजदूर अपने घर आ चुके हैं. कोरोना वायरस की वजह से घोषित लॉकडाउन के दौरान झारखंड की हर ताजा अपडेट के लिए जुड़े रहें prabhatkhabar.com (प्रभात खबर) के साथ...
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