रांची. गुरुनानक अस्पताल के मेडिकल डॉयरेक्टर डॉ बिनय मिश्रा ने मरीज के परिजनों द्वारा अस्पताल में तोड़- फोड़ ओर बिल नहीं देने के आरोप में चुटिया थाना में केस दर्ज कराया है. इन्होंने पुलिस को बताया है कि अस्पताल में 19 फरवरी को गढ़वा के कुर्द निवासी मरीज विजय कुमार पासवान को पथरी के ऑपरेशन के लिए भर्ती किया गया था. पथरी का ऑपरेशन आयुष्मान भारत के तहत बुक किया गया था. लेकिन जरूरत पड़ने पर मरीज को आइसीसीयू केयर की जरूरत होती, तब उसे उच्च संस्था में ट्रांसफर किया जाता. अन्यथा आइसीसीयू का खर्च उन्हें खुद उठाना था. 20 फरवरी को ऑपरेशन के बाद मरीज की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें आइसीसीयू में भेजा गया था. जहां उन्हें वेंटिलेंटर पर रखा गया. चार मार्च को मरीज की तबीयत अत्यंत गंभीर होने पर मरीज के परिजनों को रिम्स ट्रांसफर करने के लिए कहा गया. लेकिन परिजनों ने ट्रांसफर करने से इंकार कर दिया और गुरुनानक अस्पताल में ही इलाज कराने के लिए अड़े रहे. अंतत: चार मार्च की रात मरीज की मौत हो गयी. इसके बाद परिजन गाली- गलौज और मारपीट करते हुए अस्पताल में तोड़- फोड़ करने लगे. बिल 1,73,575 रुपये हुआ था. इसमें से परिजनों ने सिर्फ 30 हजार रुपये जमा किया था. बकाया राशि मांगने पर तोड़-फोड़ की गयी. घटना में विजय पासवान का भगना संतोष पासवान, दामाद रवींद्र राम सहित अन्य लोग शामिल थे. घटना की लिखित सूचना शिकायतकर्ता ने गुरुवार को थाने में दी थी.
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