रांची. शहरी परिवहन के लिए रांची नगर निगम द्वारा चलायी जा रही सिटी बसों को ऑपरेटर ने कमाई का जरिया बना लिया है. नगर निगम ने बस में किराया तय कर रखा है, लेकिन बस में कार्यरत कंडक्टर लोगों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं. स्थिति यह है कि पांच किमी तक के सफर को लेकर निगम ने पांच रुपये किराया तय किया है, लेकिन कंडक्टर बस में चढ़ने-उतरने का किराया 10 रुपये वसूल रहे हैं.
40 बसें चल रहीं, लेकिन किसी में रेट चार्ट नहीं
बसों का संचालन निगम द्वारा निजी ऑपरेटरों से कराया जा रहा है. लेकिन किसी भी बस में दर तालिका नहीं लगायी गयी है. नतीजा लोगों को भी यह पता नहीं चलता है कि कितनी दूरी के लिए कितना किराया निर्धारित है. इसका फायदा बस में कार्यरत कंडक्टर और खलासी उठाते हैं और लोगों से मनमाना किराया की वसूली करते हैं.
रोज 60 हजार से अधिक की अवैध वसूली
रांची नगर निगम क्षेत्र में वर्तमान में 40 सिटी बसों का संचालन हो रहा है. एक बस प्रतिदिन चार ट्रिप लगाती है. एक बस में यात्रियों की औसत क्षमता अगर 40 मानी जाये, तो चार ट्रिप आने-जाने में इन बसों से 320 यात्री सफर करते हैं. इस प्रकार से सभी 40 बसों में एक दिन में 12800 लोग सफर करते हैं. अगर एक व्यक्ति से औसत पांच रुपये ही अधिक किराया वसूला जाता है, तो यह राशि हर दिन 64 हजार रुपये हो जाती है.
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