रांची, अभिषेक रॉय : घर, बाइक और कार लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा हैं. इनके एक्सटीरियर और इंटीरियर (बाहरी व भीतरी) को प्रीमियम लुक देने के लिए लाखों रुपये खर्च करने से भी गुरेज नहीं करते हैं. ऐसे विकल्प तलाशते हैं, जिससे लंबे समय तक इन चीजों की चमक बरकरार रहे. राजधानी में बरियातू के रहनेवाले अच्युत किशोर ने लोगों की इसी शौक को पूरा करने के मकसद से ‘नैनो टेक्नोलॉजी’ आधारित ‘वाॅव डिटेलिंग स्टूडियो’ नाम से अपना स्टार्टअप शुरू किया है. अच्युत अपने स्टार्टअप के जरिये केमिकल कंपाउंड सिलिकन डाइऑक्साइड (एसआइओ2) से लोगों को परिचय करा रहे हैं.
उनके स्टार्टअप वर्कशॉप में ‘सिरेमिक कोटिंग’ के जरिये लोगों की ड्रीम बाइक, ड्रीम कार और ड्रीम हाउस, घर के इंटीरियर व घरेलू चीजों की चमक को लंबी उम्र दी जा रही है. अच्युत कहते हैं : नैनो टेक्नोलॉजी आधारित इस कोटिंग की लोगों के बीच जबरदस्त मांग है. मेट्रो सिटी में तो लोग इसके लिए मुंह मांगी कीमत देने को तैयार रहते हैं. बेरोजगार युवा इस तकनीक को सीख कर अपने लिए रोजगार की राह तैयार कर सकते हैं. अच्युत के स्टूडियो में बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण भी दिया जाता है.
आइटी कंपनी में काम करने के दौरान मिला आइडिया
अच्युत ने बताया कि दिल्ली की एक आइटी कंपनी में नौकरी के दौरान उन्हें ऐप व वेबसाइट डिजाइन करने का काम मिला. कंपनी सिलिकन डाइऑक्साइड के प्रोडक्शन से जुड़ी थी. यहीं से उन्हें इस केमिकल के इस्तेमाल और फायदे की जानकारी मिली. इसी के बाद उन्होंने सिरेमिक कोटिंग को लग्जरी लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाने पर काम करना शुरू कर दिया़ रिसर्च के बाद पाया कि इससे छोटी से लेकर बड़ी चीजों तक की चमक निखर सकती है. दिसंबर 2019 में वे रांची लौटे और स्टूडियो सेटअप तैयार किया. शुरुआत में उन्होंने अपने परिजनों की बाइक और कार में सिरेमिक कोटिंग की. रिस्टोरेशन की तकनीक लाेगों को पसंद आयी और धीरे-धीरे लोग उनके बारे में जानने लगे.
तीन साल में खड़ी कर दी करोड़ों की कंपनी
वॉव डिटेलिंग स्टूडियो के काम के मुरीद राज्य के राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी हैं. इनकी प्रीमियम सवारी को अच्युत के स्टूडियो ने लग्जीरियस लुक देने में कोई कसर नहीं छोड़ी. अच्युत बताते हैं कि स्टार्टअप के शुरुआत में फंड की समस्या थी. इसे जुटाने के लिए अलग-अलग कंपनी में नौकरी कर पैसे जोड़े. परिजनों से उधार भी लिया. जबकि, चार माह बाद लॉकडाउन लगने से काम बंद हो गया. इस दौरान केमिकल कंपाउंड के अन्य पहलुओं पर काम करना शुरू किया. उन्होंने पाया कि सिरेमिक कोटिंग एंटी बैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबियल यानी वायरस से बचाव करने में सक्षम है. उन्होंने सोशल मीडिया मार्केटिंग से इसकी जानकारी लोगों को देना शुरू किया. लॉकडाउन के बाद कंपनी को इसका फायदा मिला. महज तीन साल में कंपनी के टर्नओवर को करोड़ों में पहुंचा दिया. अब कंपनी के फेंचाइजी की मांग दूसरे शहर से हो रही है. जल्द ही जमशेदपुर और पटना में वॉव डिटेलिंग स्टूडियो शुरू होने जा रहा है.