फादर कांस्टेंट लीवंस की पुण्यतिथि पर विशेष मिस्सा
रांची. ईश सेवक फादर कांस्टेंट लीवंस की 132 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर रविवार को संत मरिया कैथेड्रल में विशेष मिस्सा का आयोजन हुआ. मिस्सा अनुष्ठान के मुख्य अनुष्ठाता आर्चबिशप विसेंट आईंद थे. इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि ईट पत्थर से बने गिरजाघर अपनी जगह पर है. पर आज के पाठ वचन हमें यह बताते हैं कि विश्वासियों से कलीसिया बनती है. यहीं वह कलीसिया है जिसमें प्रभु का वास होता है. उन्होंने संत पॉल्स को उद्धृत करते हुए कहा कि हममें से हरेक जन ईश्वर का मंदिर है. आर्चबिशप ने एक युवा लड़के का उदाहरण दिया. वह लड़का अपनी जिंदगी से निराश था और आत्महत्या करने के ख्याल से चला जा रहा था. रास्ते में उसे एक गिरजाघर मिलता है वहां से गीत और प्रार्थना की आवाजों को सुन वह गिरजाघर के अंदर चला गया. वहां प्रभु के वचनों को सुन उसका ख्याल बदल गया और उसे जीवन जीने की नयी दृष्टि मिली. यीशु कहते हैं कि मैं सदा के लिए तुम्हारे लिए उपस्थित हूं. हमारी धार्मिकता और प्रार्थना दिखावे के लिए नहीं होनी चाहिए. इससे पूर्व फादर दीपक ने आज के दिन के महत्व के बारे में बताया. मिस्सा में फादर आनंद डेविड सहित अन्य पुरोहित व बड़ी संख्या में विश्वासी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

