चंद्रवंशी अधिकार रैली. सीएनटी-एसपीटी एक्ट पर बोले मुख्यमंत्री रघुवर दास
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि समय के साथ हर समाज में बदलाव आता है. हर 10 साल में संस्कृति नहीं बदलती, लेकिन सभ्यता बदलती है. हमें अपना दिमाग खुला रखना चाहिए. समय व परिस्थिति को ध्यान में रख कर सोच में बदलाव लाने की जरूरत है.
उन्होंने कहा : दलित समाज के अनेक विधायकों ने मिल कर कहा कि उन्हें भी सीएनटी के दायरे से बाहर किया जाये. सरकार ने रैयतों के हित में सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन किया है. आदिवासी समाज भी संशोधन के पक्ष में खड़ा है. मुख्यमंत्री रविवार को हरमू मैदान में चंद्रवंशी अधिकार रैली को संबोधित कर रहे थे.
सीएम ने कहा कि सरकार ने एसएआर कोर्ट को समाप्त करने का फैसला लिया है, ताकि इसी समाज के जमीन माफिया बैकडोर से गरीब आदिवासी की जमीन की खरीद-बिक्री नहीं कर सके. विरोधियों ने एक्ट में किये गये संशोधन को लेकर तीन बार बंदी बुलाया, लेकिन जनता ने इसे असफल कर दिया. आदिवासी समाज से जुड़ कर कई सक्रिय लोगों ने दुकान खोल कर रखी है.
बिहार में पकड़ी जा रही अवैध शराब : मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में शराबबंदी फैशन हो गयी है. पूर्ण शराबबंदी के बावजूद रोज पटना समेत अन्य जिलों से अवैध शराब पकड़ी जा रही है.
अवैध शराब पीने से लोगों की मौत हो रही है. उन्होंने कहा : हम लोगों को जागरूक कर शराबबंदी करना चाहते हैं. इसको लेकर घोषणा भी की है कि जो गांव शराब मुक्त होगा, उसे एक लाख रुपये दिया जायेगा.
दहेज प्रथा व नशा समाज के लिए अभिशाप : सीएम ने कहा कि दहेज प्रथा व नशा समाज का अभिशाप है. चंद्रवंशी समाज संकल्प ले कि अपने बेटे का सौदा नहीं करेगा. गांव में मनोरंजन का साधन नहीं होने के कारण लोगों का झुकाव नशा की ओर हो जाता है.
मांगों पर विचार करेगी सरकार : सीपी सिंह : नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि भाजपा सभी वर्गों को ध्यान में रख कर काम कर रही है. चंद्रवंशी समाज को सीएनटी के दायरे से मुक्त करने की मांग वर्षों से हो रही है. सरकार कानून के दायरे में काम करती है. महासभा की मांगों पर विचार किया जायेगा. उन्होंने कहा कि मैं क्षत्रिय समाज से आता हूं, लेकिन मैं भी चंद्रवंशी क्षत्रिय हूं.
रैली में विभिन्न जिलों से आये चंद्रवंशी समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री रघुवर दास से चंद्रवंशी, कहार व रवानी को सीएनटी-एसपीटी एक्ट से बाहर करने का आग्रह किया. महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ईश्वर सागर चंद्रवंशी ने सरकार की ओर से सीएनटी-एसपीटी एक्ट में किये गये संशोधन का स्वागत किया. श्री सागर ने कहा कि अगर चंद्रवंशी, कहार व रवानी को जमीन बेचने का अधिकार मिलता, तो इनका आर्थिक व सामाजिक विकास होता.
उन्होंने चंद्रवंशी समाज को सत्ता में भागीदारी दिलाने, जरासंध की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने और रांची तालाब में जरासंध की प्रतिमा लगाने के साथ-साथ अति पिछड़ा आयोग का गठन करने का आग्रह सीएम से किया. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी व कैबिनेट में महासभा की मांगों पर विचार किया जायेगा. रैली में प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र वर्मा, विंदुल वर्मा, भोला चंद्रवंशी, सुजीत वर्मा, मिथलेश वर्मा, नंदू राम, सोनी वर्मा, अविनाश आर्या, बजरंग वर्मा, पंकज चंद्रवंशी, शिव कुमार राम, प्रतिमा देवी, मनोज वर्मा, दीपू वर्मा, महेश वर्मा, अजय वर्मा, राजेश वर्मा, आनंद वर्मा, आदि मौजूद थे.
मामूली इनसान हूं, नाम जरूर है रघुवर : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मैं मामूली इनसान हूं, नाम जरूर रघुवर है. इसके साथ दास भी जुड़ा हुआ है. इसका मतलब है कि मैं जनता का सेवक हूं. उन्होंने कहा कि विकास का अवसर सभी को मिलना चाहिए, लेकिन आजादी के बाद से अब तक आदिवासी, दलित व पिछड़ा वर्ग को हक नहीं मिल पाया है. सैकड़ों गांव में इसके उदाहरण देखने को मिलते हैं. कई शक्तियां आज फिर से देश को तोड़ने का प्रयास कर रही हैं. हमें ऐसी शक्तियों को परास्त करने की जरूरत है.
चंद्रवंशी समाज के विकास में बाधक बन रहा सीएनटी
स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि सीएनटी एक्ट चंद्रवंशी समाज के विकास में बाधक बन रहा है. चंद्रवंशी समाज के लोग वर्षों से अपने को सीएनटी एक्ट से बाहर करने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसकी बात उन्होंने कैबिनेट में भी उठायी थी. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर समाज के लोगों की मांग होगी, तो इस पर सरकार विचार करेगी. श्री चंद्रवंशी ने समाज के लोगों से दहेज प्रथा व नशाखोरी को समाप्त करने का आग्रह किया.
आदिवासी, दलित बच्चों की पढ़ाई को लेकर 50 करोड़ का कोष : मुख्यमंत्री ने कहा : आदिवासी, दलित व पिछड़े वर्ग के बच्चों की पढ़ाई में दिक्कत न हो, इसके लिए 50 करोड़ का फंड रखा है. सरकार जरूरतमंद बच्चों का गारंटर बन कर लोन दिलायेगी.
रांची. अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री रामनाथ चंद्रवंशी ने रविवार को हरमू मैदान में बुलायी गयी चंद्रवंशी अधिकार रैली को फ्लॉप बताया. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने अपने पुत्र को राज्य पिछड़ा आयोग का अध्यक्ष बनवाने के लिए महासभा के बैनर तले रैली बुलायी. स्वास्थ्य मंत्री गरीब कामगार चंद्रवंशियों को विकास का सपना दिखा कर रांची बुलाते हैं, परंतु कभी भी यह नहीं बताते कि उनके परिवार के कितने सदस्य विधानसभा में नौकरी करते हैं. महासभा के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ राजकुमार सिंह ने कहा कि अधिकतर चंद्रवंशी समाज सीएनटी-एसपीटी एक्ट से बाहर नहीं होना चाहते हैं, बल्कि अनुसूचित जाति व जनजाति के अनुरूप आरक्षण व अन्य सुविधाएं चाहते हैं.
महासभा के वरिष्ठ पदाधिकारी प्रेम वर्मा ने कहा कि चंद्रवंशी समाज की जनसंख्या लगभग 40,000 है, जबकि मतदाता 16,000 हैं. चंद्रवंशियों की अनुपस्थिति इस रैली की विफलता बता रही है. महारैली का विरोध करने वालों में सुरेंद्र रवानी, जगदीश वर्मा, मुन्ना लाल वर्मा, दीपक वर्मा, सागर वर्मा, कुमुद वर्मा, बसंत वर्मा, रिव प्रकाश, पप्पू वर्मा, प्रकाश वर्मा, टिंकू वर्मा, दीपू वर्मा, सुनील वर्मा, अनिता वर्मा, प्रीति वर्मा, शालिनी वर्मा व पुष्पा वर्मा शामिल हैं.
