इन्हीं बातों से परेशान होकर अजय पाहन ने एतवा की हत्या की योजना तैयार की. तैयार योजना के अनुसार अजय ने अपने एक मित्र से बात की. मित्र ने अजय पाहन को बताया कि हत्या के लिए दो लाख रुपये लगेंगे, इस पर अजय पाहन तैयार हो गया. उसने अपने मित्र को शूटरों को देने के लिए 50 हजार एडवांस भी दिया. इसके बाद अजय पाहन के मित्र ने तीन शूटरों के सहयोग से एतवा को गोली मरवा कर हत्या कर दी. यह जानकारी हत्या के आरोप में गिरफ्तार अजय पाहन के बारे में गरुवार को अपने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सिटी एसपी कौशल किशोर ने दी. सिटी एसपी ने बताया कि हत्याकांड के लिए योजना तैयार करने में प्रयुक्त मोबाइल भी अजय पाहन के पास से बरामद कर लिया गया है.
सिटी एसपी ने बताया कि हत्या की घटना के पहले एतवा का ओबरिया रोड में 45 डिसमिल जमीन बेचने वाला था, जिसे लेकर अजय और एतवा के बीच विवाद हुआ था. इसके पूर्व एतवा विभिन्न स्थानों पर जमीन बेच चुका था. संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित जगन्नाथपुर थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह ने बताया कि पूर्व में हटिया के अशोक साहू ने एतवा पाहन के साथ मिल हटिया के एकता नगर में आदिवासी जमीन को गैर आदिवासी बता कर बेच दिया था. इसके एवज में एतवा को भी रुपये मिले थे.
इस काम में एतवा का सहयोग अजय पाहन ने भी किया था, लेकिन उसे कोई रुपये नहीं मिले थे. जमीन बेचने से अशोक साहू को जो लाभ हुआ था. उनमें से 50 लाख रुपये अशोक साहू से एतवा को लेने थे. लेकिन यह रुपये एतवा अपने भाई अजय को देने को तैयार नहीं था. इसे लेकर भी दोनों के बीच विवाद चल रहा था. सिटी एसपी ने बताया कि मामले में विभिन्न बिंदुओं पर पुलिस की जांच जारी है. हत्याकांड में शामिल शूटर और अजय के मित्र की तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है.