रांची/जामताड़ा: साइबर क्राइम का माइस्टर माइंड सीताराम मंडल उर्फ राजकुमार मंडल रविवार की रात गिरफ्तार कर लिया गया. कई राज्यों की पुलिस को उसकी तलाश थी. उसके साथ उसका साथी विकास मंडल भी गिरफ्तार किया गया है. जामताड़ा और करमाटांड पुलिस ने संयुक्त अभियान चला कर दोनों को गिरफ्तार किया है. कुख्यात अपराधी सीताराम के साइबर क्राइम का जाल मुंबई से लेकर पूणे, कानपुर, बेंगलुरु, नोएडा, हजारीबाग और धनबाद तक फैली थी.
देश के कई राज्यों में उन पर कई मामले दर्ज हैं. पुलिस कोे गुप्त सूचना मिली थी कि वह करमाटांड के अपने गांव सिंदुरजोरी में छुपा है. इसी आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में पता चला कि उसका साथी विकास मंडल बगल के गांव सियाटांड में छुपा है पुलिस ने उसे भी धर दबोचा. जामताड़ा पुलिस के अनुसार साइबर अपराधी सीताराम की तलाश देश के कई राज्यों की पुलिस को थी. मुंबई, पूणा, कानपुर, नोएडा सहित कई जगहों पर उसके साइबर क्राइम का जाल फैला था.
साइबर गढ़ करमाटांड में 250 से 400 रुपये में बिकता है सिम : जिस सिम की कीमत दस से बीस रुपये बाजार में है, वह सिम करमाटांड में 250 से 400 में बिकता है. सिम के माध्यम से साइबर अपराधी घटना को अंजाम देते हैं.
पुश्तैनी नाता है क्राइम से : सीताराम मंडल उर्फ राजकुमार मंडल के पिता बाबूलाल मंडल साधारण किसान हैं. उसके दादा रेलवे में सर्विस करते थे. जामताड़ा पुलिस के अनुसार सीताराम का क्राइम से पुश्तैनी रिश्ता रहा है. उसके दादा कई आरोप में लिप्त थे. उसके खिलाफ लूट सहित कई आपराधिक मामले दर्ज थे. पुलिस अधीक्षक के अनुसार उस परिवार की तीसरी पीढ़ी अपराध की दुनिया में मुंबई से लेकर झारखंड पुलिस की नींद हराम किए हुई थी.
इंटर पास है सीताराम : सीताराम मंडल का कहना है कि वह मात्र इंटर पास है, लेकिन साइबर क्राइम में उसका दिमाग इंजीनियर को भी फेल किये हुए है. मोबाइल पर उसकी अंगुली इस तरह चलती है, जैसे वह साइबर का विशेषज्ञ हो.
हीरालाल मंडल है गुरु : साइबर क्राइम का मास्टर माइंड सीताराम कहता है कि इस दुनिया में उसे जिस व्यक्ति ने लाया और सिखाया, वह साइबर गुरु हीरालाल मंडल है. हीरालाल मंडल अभी आगरा जेल में बंद है. सीताराम का कहना है कि हीरालाल ने ही उसे इस विद्या में पारंगत किया है.
करोड़ों की संपत्ति हासिल की : जानकारों के अनुसार सीताराम के पास करोड़ों की संपत्ति है, लेकिन वह स्वीकार नहीं करता है. वह अपने-आप को बेकसूर बताता है. पुलिस के सामने उसने जो बयान दिये हैं, उसके अनुसार उसके पास मुश्किल से 15-20 लाख की संपत्ति है. इसमें दस लाख रुपये कैस हैं और एक स्कॉर्पियो था, जिसे उसने बेच दिया है. पैसा सीताराम के लिए कोई मायने नहीं रखता है. पुलिस के सामने उसने तीन लाख जुआ में हारने की बात कबूल की है.
सिने स्टार अमिताभ बच्चन को भी ठगा
जामताड़ा पुलिस के अनुसार सीताराम साइबर क्राइम का मास्टर माइंड है. वह देश के कई लोगों के एटीएम से पैसा निकाल चुका है. इसमें सिनेमा जगत के सुपर स्टार अमिताभ बच्चन भी शामिल हैं. एक प्रोग्राम में अमिताभ बच्चन ने कहा था कि जिस अपराधी ने बैंक मैनेजर बन कर पैसे चंपत किये हैं, उससे वे मिलना चाहते हैं.
पांच हजार में खरीदता था मेल आइडी
पुलिस के अनुसार साइबर क्राइम को अंजाम देने के लिए सीताराम व उसके साथी मेल आइडी खरीदते थे. जिसके लिए वह पांच हजार रुपये तक की कीमत देता था. अलग-अलग ईमेल आइडी से पैसा निकाल कर वह एकाउंट में जमा कर लेता था. जो ईमेल आइडी 45 दिन पुराना होता था, उसी की खरीदारी की जाती थी, क्योंकि 45 दिन से कम पुराने ईमेल आइडी से पैसा का ट्रांजेक्शन संभव नहीं हो पाता है.