लक्षमी निवास बैंक के लिए 50 लोन देने का लक्ष्य दिया था. इस बैंक ने एक भी लोगों को कर्ज नहीं दिया. सरकार ने स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद के लिए 25 लोगों को कर्ज देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, लेकिन इस बैंक ने भी किसी को कर्ज नहीं दिया था. साउथ इंडियन बैंक के लिए 50 तथा यश बैंक के लिए 125 लोगों को कर्ज देने का लक्ष्य रखा गया था.
इन बैंकों ने भी एक भी लोगों को कर्ज नहीं दिया. बैंक ऑफ इंडिया ने सबसे अधिक 69.92 करोड़ रुपये कर्ज दिया. बैंक ऑफ इंडिया के लाभुकों की संख्या 15140 है. दूसरे नंबर पर बैंक ऑफ बड़ौदा का नाम है. इस बैंक ने 2437 लाभुकों को 16.32 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है. तीसरे नंबर पर इलाहाबाद बैंक का नाम है. इस बैंक ने 4318 लाभुकों को 15.28 करोड़ का लाभ दिया है.