रांची: सर्व शिक्षा अभियान के तहत केंद्र सरकार राज्य को अब तक लगभग दस हजार करोड़ रुपये दे दी चुकी है. पर राज्य में इस राशि का सही उपयोग नहीं हो रहा है. शिक्षा के नाम पर पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है. स्कूलों में ऐसे सामानों की आपूर्ति की गयी है जिसका उपयोग ही नहीं हुआ.
सर्व शिक्षा अभियान के तहत झारखंड शिक्षा परियोजना ने स्कूलों में संगीत वाद्य यंत्र खरीदने को कहा था. इस पर लगभग 15 करोड़ रुपये खर्च किये गये, जबकि एक भी स्कूल में संगीत शिक्षक नहीं है. शिक्षक नहीं होने के कारण संगीत वाद्य यंत्र बेकार पड़े हैं. कुछ स्कूलों में तो वाद्य यंत्र पड़े-पड़े सड़ रहे हैं.
15 हजार मवि में हुआ क्रय
राज्य के 15 हजार स्कूलों में संगीत वाद्य यंत्र का क्रय किया गया था. एक स्कूल में आठ से दस हजार रुपये तक के समान खरीदे गये थे. इसके तहत हारमोनियम, ढोलक, डफली, झाल व बैंजो सहित अन्य वाद्य यंत्र खरीदे गये. इस पर लगभग 15 करोड़ रुपये खर्च हुए.