रांची. नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट नीट यूजी 2025 की परीक्षा चार मई को होगी. रांची में 22 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. इसमें लगभग 10 हजार स्टूडेंट्स परीक्षा देंगे. पिछले कुछ वर्षों में झारखंड के टॉपर बने रांची के स्टूडेंट्स ने कहा कि परीक्षा से ठीक पहले नये टॉपिक को शुरू ना करें. जो पढ़े हैं उसे अच्छी तरह रिवाइज करें. परीक्षा के दिन पेपर को उसी सीक्वेंस में हल करें, जैसा अपने मॉक टेस्ट में दिया है. बता दें इस साल होनेवाली परीक्षा में कई बदलाव किये गये हैं. इस साल परीक्षा में 180 सवाल पूछे जाएंगे. इसमें फिजिक्स और केमिस्ट्री में 45-45 और बायोलॉजी में 90 सवाल पूछे जायेंगे. इस साल से ऑप्शनल सवालों को हटा दिया गया है. इस सल नीट यूजी की परीक्षा में तीन घंटे का समय मिलेगा, जो दोपहर दो बजे से शाम 05 बजे तक चलेगा. पिछले साल परीक्षा के लिए तीन घंटे बीस मिनट का समय दिया गया था.
सुबह 11 बजे से होगी इंट्री, दोपहर 1.30 के बाद प्रवेश बंद
परीक्षा केंद्र में सुबह 11 बजे से इंट्री होगी. दोपहर 1.30 के बाद परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं मिलेगा. परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक चलेगी. परीक्षा के दिन एडमिट कार्ड के साथ वैध पहचान पत्र ले जाना होगा. पानी की पारदर्शी बोतल ले जा सकते हैं. वहीं मोबाइल या किसी इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस पर पाबंदी रहेगी.ओएमआर बबलिंग में हड़बड़ी न करें
वर्ष 2024 में एआइआर 57 रहे मानव प्रियदर्शी ने कहा कि नींद पूरी लें. तनाव बिल्कुल न लें. एनसीइआरटी की किताब पर फोकस करें. डायग्राम पर विशेष ध्यान दें. परीक्षा के दिन पेपर अटेम्प्ट का सीक्वेंस वैसा ही रखें जैसा मॉक टेस्ट में देते आये हैं. ओएमआर बबलिंग में जल्दीबाजी न करें. फिजिक्स के लिए एनसीइआरटी समरी प्वाइंट को अच्छे से पढ़ लें. सभी फाॅर्मूला अच्छे से रिवाइज कर लें, यूनिट और कैलकुलेशन का ध्यान रखें.कुछ नया न पढ़ें, जो पढ़े हैं उसे ही रिवाइज करें
वर्ष 2024 में एआइआर 981 रहीं हलिमा महजबीन ने कहा कि अब कुछ नया न पढ़ें. जो पढ़े हैं सिर्फ उसे ही रिवाइज करें. फिजिक्स के लिए फॉर्मूला शीट को रिवाइज कर लें. मॉक टेस्ट में जिस सीक्वेंस में जिस विषय को हल किया है, उसी सीक्वेंस में परीक्षा दें. कोशिश करें कि बायोलॉजी को 40 से 50 मिनट में पूरा कर ओएमआर शीट भर लें. केमिस्ट्री को भी 50 मिनट का समय दें, बाकी समय फिजिक्स को दे सकते हैं. कई बार सेल्फ डाउट होता है. खुद को मोटिवेट रखें. निगेटिव न सोचें.
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