प्रतिनिधि, खलारी.
राजकीय मध्य विद्यालय डकरा (जीएमएस) में कक्षा एक से आठ तक के 215 विद्यार्थी जर्जर भवन में पढ़ाई करने को विवश हैं. स्कूल का भवन वर्ष 1978 में सीसीएल ने बनवाया था. 1982 में इसे तत्कालीन बिहार सरकार को सौंप दिया गया. उसके बाद से अब तक भवन की स्थिति लगातार बदतर होती चली गयी, लेकिन मरम्मत या पुनर्निर्माण को लेकर किसी भी स्तर पर गंभीर पहल नहीं हुई. विद्यालय में कुल 23 कमरे हैं. मगर इनमें से केवल छह ही उपयोग के अनुकूल हैं. शेष कमरे इतने जर्जर हो चुके हैं कि उनमें बैठना जान जोखिम में डालने जैसा है. वर्ष 2021-22 में मरम्मत कराये गये छह कमरों में ही सभी आठ कक्षाओं की पढ़ाई किसी तरह संचालित की जा रही है. स्थिति यह है कि कक्षा एक से चार तक के दो-दो वर्ग एक ही कमरे में संचालित हैं. करीब एक दशक पहले ‘सर्व शिक्षा अभियान’ के तहत दो नये कमरों का निर्माण कराया गया था. इन कमरों में सीसीएल के सीएसआर फंड से प्राप्त एक दर्जन कंप्यूटर लगाये गये. यहीं पर विद्यालय की लाइब्रेरी, मुस्कान टीवी, संपर्क टीवी और प्रधानाध्यापक का कार्यालय भी संचालित हो रहा है.सवालों के घेरे में विद्यालय की सुरक्षा :
विद्यालय परिसर की चहारदीवारी अधूरी है. केवल मुख्य द्वार की ओर कुछ दूरी तक दीवार बनी है, बाकी चारो ओर भवन की दीवारें ही घेराबंदी का काम कर रही हैं. पश्चिम दिशा की ओर डकरा स्टेडियम की ऊंचाई इतनी कम है कि छुट्टी के बाद असामाजिक तत्व परिसर में आसानी से प्रवेश कर जाते हैं. पूर्व में स्कूल में चोरी की घटनाएं भी हो चुकी हैं, जिससे छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठते हैं. विद्यालय को पूर्ण चहारदीवारी की सख्त आवश्यकता है.योजना प्रस्तावित, स्वीकृति अधर में :
खलारी प्रखंड के चूरी मध्य पंचायत में विद्यालय स्थित है. पंचायत की मुखिया सुनीता देवी ने बताया कि दो वर्ष पूर्व ग्रामसभा में भवन निर्माण का प्रस्ताव पारित कर इसे डीएमएफटी फंड से स्वीकृत कराने के लिए जिला कार्यालय भेजा गया था. लेकिन आज तक इस पर कोई स्वीकृति नहीं मिल पायी है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक आदर्श वाजपेयी ने बताया कि नये भवन के लिए पंचायत प्रतिनिधियों, सीसीएल एनके एरिया के महाप्रबंधक और संबंधित विभागों को कई बार पत्र लिखा गया है, पर कहीं से कोई ठोस पहल नहीं की गयी.07 खलारी 01:- जर्जर कक्षा में पढ़ाई करते बच्चे.
07 खलारी 02:- राजकीय मध्य विद्यालय डकरा का मुख्य भवन.
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