रांची : हजारीबाग के कटकमसांडी रेलवे साइडिंग में सोमवार की रात टीपीसी उग्रवादियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. आसपास के लोगों के विरोध के बावजूद दो दिसंबर 2017 को उक्त रेलवे साइडिंग का उद्घाटन विधायकों ने किया था.
Advertisement
कटकमसांडी कोल डंप साइडिंग से कोयला जब्त कर हुआ था नीलाम
रांची : हजारीबाग के कटकमसांडी रेलवे साइडिंग में सोमवार की रात टीपीसी उग्रवादियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. आसपास के लोगों के विरोध के बावजूद दो दिसंबर 2017 को उक्त रेलवे साइडिंग का उद्घाटन विधायकों ने किया था. लोगों की शिकायत के बाद तत्कालीन एसडीओ आदित्य रंजन जांच के लिए उक्त […]
लोगों की शिकायत के बाद तत्कालीन एसडीओ आदित्य रंजन जांच के लिए उक्त स्थल पर गये थे. इसके बाद हजारीबाग के तत्कालीन उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने जिला खनन पदाधिकारी को कटकमसांडी रेलवे स्टेशन के सामने रखे करीब एक लाख टन कोयले को जब्त कर नीलामी का आदेश दिया था. आदेश के बाद जिला खनन पदाधिकारी ने अवैध कटकमसांडी कोल डंप साइडिंग से एक लाख टन अवैध काेयला जब्त किया था.
जिला खनन पदाधिकारी नितेश गुप्ता ने बताया कि जब्त कोयले में से 50 लाख टन कोयला नीलाम कर दिया गया था. जबकि बाकी 50 लाख टन को रिलीज कर दिया गया था. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि छह-सात माह पहले ही कटकमसांडी कोल डंपिंग साइड को कोयला डंप करने का लाइसेंस प्रशासन द्वारा दिया गया है. एेसे में सवाल उठता है कि दिसंबर 2017 से कैसे कोयले का खेल वहां चल रहा था.
लातेहार में 10 कोल साइडिंग है अवैध : लातेहार के चंदवा अंचल में तीन काेयला साइडिंग हैं. इनमें टोरी, बीरा टोली व कुशमाही है. बालूमाथ में रेलवे लाइन तीन एवं चार, फुलबसिया व बुकरू शामिल है. जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार के मुताबिक जिले में 10 कोल डंपिंग साइड हैं. सभी अवैध हैं. सभी कोल साइडिंग के इंचार्ज को नोटिस देकर लाइसेंस लेने का निर्देश दिया गया है.
लोहरदगा में कोल साइडिंग एरिया में हुई थी गोलीबारी : लोहरदगा के कुडू थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़की चापी रेलवे साइडिंग में नवंबर 2017 में कोयला लोडिंग शुरू किया गया था. लेवी को लेकर यहां पर कुछ माह पूर्व गोलीबारी की घटना भी हुई थी. हालांकि सह डंपिंग साइड फिलहाल बंदी के कगार पर है.
लेकिन इस साइड पर कोयला डंप करने का लाइसेंस प्रशासन द्वारा जारी किया गया है या नहीं इस पर एसडीओ ज्योति झा ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. जिला खनन पदाधिकारी ही बता सकते हैं. जिला खनन पदाधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन उनका मोबाइल था. वहीं, डीसी आकांक्षा रंजन ने कहा कि ऑफिस खुलने के बाद ही जानकारी दी जा सकती है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement