रांची : पंजाब और हरियाणा हाइकोर्ट के जस्टिस डॉ रवि रंजन झारखंड हाइकोर्ट के नये चीफ जस्टिस होंगे. डॉ रंजन के नाम की अनुशंसा सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने की है. इस संबंध में 15 अक्तूबर को कॉलेजियम की बैठक हुई थी, जिसमें डॉ रंजन को झारखंड हाइकोर्ट का तथा राजस्थान हाइकोर्ट के जस्टिस मोहम्मद रफीक को मेघालय हाइकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाने की अनुशंसा केंद्र सरकार से की गयी.
पूर्व में 28 अगस्त 2019 को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा त्रिपुरा हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल को झारखंड हाइकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाने की अनुशंसा की गयी थी. उन्हें पटना हाइकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाने की अनुशंसा की गयी है.
काैन है डॉ रंजन : जस्टिस डॉ रवि रंजन का जन्म पटना में 20 दिसंबर 1960 को हुआ था. उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से भूगर्भशास्त्र में स्नातकोत्तर, साइंस में पीएचडी की है. विधि की डिग्री हासिल करने के बाद चार दिसंबर 1990 को पटना हाइकोर्ट बार में योगदान दिया था. 14 जुलाई 2008 को पटना हाइकोर्ट के न्यायाधीश नियुक्त किये गये. 16 जनवरी 2010 को स्थायी न्यायाधीश बने. नाै अगस्त से 11 अगस्त 2018 तथा दो नवंबर से 16 नवंबर 2018 तक जस्टिस डॉ रंजन पटना हाइकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस भी रहे.
जस्टिस एबी सिंह बने ट्रिब्यूनल के सदस्य
रांची : झारखंड हाइकोर्ट के जस्टिस अनंतबिजय सिंह को नेशनल कंपनी लॉ अपीलीय ट्रिब्यूनल का सदस्य नियुक्त किया गया है. इस संबंध में मिनिस्ट्री अॉफ कॉरपोरेट अफेयर्स के अवर सचिव राजीव लोचन के हस्ताक्षर से अधिसूचना जारी कर दी गयी है.
अधिसूचना की प्रति झारखंड हाइकोर्ट को भेजी गयी है. इसकी अधिकारिक पुष्टि गुरुवार को झारखंड हाइकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल अंबुज नाथ ने की है.