राजीव पांडेय, रांची : कर्मचारी राज्य बीमा निगम (इएसआइ) में महिला कर्मियों को मातृत्व अवकाश के रूप में मिलनेवाला पैसा एक साल से फंसा है. इस कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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महीनों से लगा रहे चक्कर, फिर भी नहीं मिला मातृत्व अवकाश का पैसा
राजीव पांडेय, रांची : कर्मचारी राज्य बीमा निगम (इएसआइ) में महिला कर्मियों को मातृत्व अवकाश के रूप में मिलनेवाला पैसा एक साल से फंसा है. इस कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कोकर स्थित डिस्पेंसरी में दर्जनों महिला बीमा कर्मियों का पैसा फंसा है. यहां एक लाभुक का करीब 1.25 लाख […]
कोकर स्थित डिस्पेंसरी में दर्जनों महिला बीमा कर्मियों का पैसा फंसा है. यहां एक लाभुक का करीब 1.25 लाख रुपये फंसा है. ज्ञात हो कि राजधानी में इएसआइ की चार डिस्पेंसरी हैं, जहां कमोवेश यही स्थिति है.
ज्ञात हो कि मातृत्व अवकाश लेने से पहले गर्भवती महिला डिस्पेंसरी पहुंच कर जांच कराती है. प्रक्रिया पूरी करने के बाद वह छुट्टी लेती है. अवकाश का समय पूरा होने पर डिस्पेंसरी से फिटनेस सर्टिफिकेट भी लेती है. इसके बाद वह पैसा के लिए निगम कार्यालय में आवेदन करती है. कई महिला लाभुकों का पैसा छह माह, तो कई का एक साल से फंसा है.
पैसे के लिए साल भर से लगा रही चक्कर : एक निजी नर्सिंग होम में काम करनेवाली नर्स ने करीब एक साल पहले मातृत्व अवकाश लिया था. छुट्टी पूरी होने पर उसने डिस्पेंसरी से फिटनेस लिया. इसके बाद करीब छह माह के पैसा के लिए इएसआइ के स्थानीय कार्यालय में आवेदन किया. पिछले एक साल से वह कार्यालय का चक्कर लगा रही है, लेकिन अभी तक पैसा नहीं मिला.
आठ माह में नहीं मिला है दवा का पैसा : डिस्पेंसरी में दवा नहीं मिलने पर मरीज बाहर से दवा खरीद कर पैसा का दावा कर सकता है. इसके आधार पर सात दिनों में पैसा देने का प्रावधान है, लेकिन दावा करने के बाद भी कई बीमा कर्मियों को आठ माह से पैसा नहीं मिल रहा है. पैसा जनवरी माह से लंबित है.
कोकर डिस्पेंसरी में दर्जनों महिला बीमा कर्मियों का पैसा फंसा है
केस स्टडी-एक
बीमा कर्मी खुशबू कुमारी (आइपी नंबर: 6015795784) ने 20 फरवरी को कोकर स्थित डिस्पेंसरी में मातृत्व अवकाश के पैसा के लिए आवेदन दिया. आवेदन देते समय जांच करा कर फिटनेस सर्टिफिकेट लिया और आवेदन के साथ संलग्न किया. छह माह बीत जाने के बाद भी उसे अभी तक पैसा नहीं मिला है. महिला डिस्पेंसरी में आती है और जानकारी लेकर चली जाती है.
केस स्टडी-दो
बीमा कर्मी सीमा देवी (आइपी नंबर: 6015795784) ने आठ मई को मातृत्व अवकाश के बाद कोकर स्थित डिस्पेंसरी में जांच करा कर फिटनेस सर्टिफिकेट ले लिया. स्थानीय कार्यालय में उसी तिथि को पैसा के लिए आवेदन कर दिया, लेकिन तीन महीना बाद भी उसे पैसा नहीं मिला है. वह जानकारी लेने कार्यालय आती है और निराश होकर चली जाती है.
मातृत्व अवकाश लेनेवाली महिला कर्मी को एक महीना में कन्फर्मेशन ऑफ डिलिवरी का फॉर्म भर कर सूचित कर देना है. लाभुक द्वारा कई बार प्रक्रिया पूरी नहीं करने पर दिक्कत होती है. स्थानीय कार्यालय में आवेदन करने के एक सप्ताह में खाता में पैसा नहीं आता है, तो बीमित महिला सीधे क्षेत्रीय कार्यालय में शिकायत कर सकती है.
एसके मिश्रा, डिप्टी डायरेक्टर, इएसआइ
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