सुगनु गांव के ग्रामीण उबले, सड़क पर उतर कर जताया विरोध
मेसरा : सुगनु गांव में हनुमान की प्रतिमा व धार्मिक तोरणद्वार उखाड़ कर फेंकने के विरोध में ग्रामीणों ने शनिवार को बूटी मोड़ से सुगनु जानेवाली सड़क को ईंट-पत्थर रख कर जाम कर दिया. ग्रामीणों ने सेना पर प्रतिमा गिराने व तोरणद्वार उखाड़ कर फेंकने का आरोप लगाया है. ग्रामीण सेना को तोरण द्वार लगाने व हनुमान जी की प्रतिमा को पूर्व के स्थान पर रखने की मांग कर रहे थे. इधर, खेलगांव थाना प्रभारी एमपीएम तिर्की स्थिति को नियंत्रण करने में लगी हुई थीं.
जाम करनेवालों में संकट मोचन प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ समिति के पदाधिकारी, मुखिया जुगुन मुंडा, सहवीर साहू, विजय साहू, बंधन महतो, आदित्य नारायण साहू, वीरेंद्र साहू, लाल बिहारी साहू, सुजीत साहू के अलावे महतो टोला, महली टोला, ऊपर टोला, साहू टोला, लोहरा टोला, मुंडा टोला, कादी टोला, धोबी टोला, गुदड़ी टोला, खुडरा टोला के ग्रामीण शामिल हैं.
घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम की
मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर लगायी गयी थी प्रतिमा व तोरणद्वार
सुगनु गांव स्थित हनुमान मंदिर में तीन दिवसीय प्राण-प्रतिष्ठा व यज्ञ का कार्यक्रम चल रहा है. इस कार्यक्रम के तहत सेना के छावनी क्षेत्र से सुगनु गांव तक जाने वाली सड़क के मोड़ पर हनुमान जी की प्रतिमा, पूतना की प्रतिमा तथा धार्मिक तोरण द्वार लगाया गया था.
जिसे सेना के लोगों ने उखाड़ कर फेंक दिया. ज्ञात हो कि सुगनु तक जाने वाली सड़क छावनी क्षेत्र के भीतर से होकर गुजरती है. यह प्रतिमा छावनी क्षेत्र की सड़क के मोड़ में सड़क के दोनों किनारे पर लगायी गयी थी. ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बीआइटी थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार, खेलगांव थाना प्रभारी मौके पर पहुंच कर स्थिति को संभालने में जुटे थे.
सेना से बातचीत के बाद भी नहीं निकला हल
सबसे पहले कुछ ग्रामीणों ने हनुमान की मूर्ति व तोरणद्वार को उखाड़ कर तार के घेरे के पास फेंका हुआ देखा़ इसके बाद यह बात पूरे गांव में फैल गयी.
लोग तत्काल ही घरों से बाहर निकलने लगे और देखते ही देखते काफी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गयी. इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क पर जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया. सेना के लोगों से कई दौर की बात होने के बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया था.