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रांची : लोकेश के ड्राइवर ने मिटाया था साक्ष्य, जा सकता है जेल
रांची : साधना न्यूज चैनल के दफ्तर में व्यवसायी महेंद्र अग्रवाल और हेमंत अग्रवाल की हुई हत्या मामले में लोकेश चौधरी के ड्राइवर शंकर की संलिप्तता की बात सामने आयी है. हालांकि उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है. शंकर के संबंध में पूछे जाने पर सिटी एसपी ने बताया कि हत्याकांड के बाद शंकर की भूमिका […]
रांची : साधना न्यूज चैनल के दफ्तर में व्यवसायी महेंद्र अग्रवाल और हेमंत अग्रवाल की हुई हत्या मामले में लोकेश चौधरी के ड्राइवर शंकर की संलिप्तता की बात सामने आयी है. हालांकि उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है.
शंकर के संबंध में पूछे जाने पर सिटी एसपी ने बताया कि हत्याकांड के बाद शंकर की भूमिका भी साक्ष्य मिटाने में सामने आयी है. इसलिए अभी वह पुलिस की निगरानी में हैं. उसकी संलिप्तता पर ठोस साक्ष्य मिलने के बाद कार्रवाई होगी. उल्लेखनीय है कि आरंभिक जांच में पुलिस को जो जानकारी मिली है उसके अनुसार योजना के तहत दोनों भाइयों को लोकेश ने मोटी रकम लेकर बुलाया था.
फर्जी आइबी ऑफिसर एमके सिंह के जरिये फर्जी रेड करवा कर उनकी योजना रुपये हड़पने की थी. योजना के तहत ही लोकेश की गाड़ी से हीनू चौक से एमके सिंह और लोकेश के दूसरे बॉडीगार्ड को साथ लेकर शंकर दोबारा ऑफिस पहुंचा था.
इसके बाद एमके सिंह ने खुद को आइबी का अफसर बता कर दोनों पर कार्रवाई की चेतावनी देते हुए रुपये अपने कब्जे में लेने का प्रयास किया था. इस पर दोनों भाइयों ने लोकेश से कहा था कि क्या भइया पैसा लेकर बुलाने के बाद फंसा दिया न. तब लोकेश ने कहा कि वह मामले में बीच-बचाव कर कुछ उपाय निकालने का प्रयास करेगा. लेकिन फर्जी रेड में शामिल एमके सिंह टेबल पर पड़े रुपये में अधिक हिस्सा मांग रहा था.
जिसका दोनों भाइयों ने विरोध किया था. तब एमके सिंह ने पहली फायरिंग की. इसके बाद ही आगे की घटना घटी. पैसे के विवाद में दोनों भाइयों की गोली मार हत्या कर दी गयी. बताया जाता है अभी भी पैसा एमके सिंह और लाेकेश चौधरी के पास है. इसलिए उनकी तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है.
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