Advertisement
रांची : अप्रैल तक शुरू हो सकता है रिम्स का ट्रॉमा सेंटर, रिम्स प्रबंधन ने 103 पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला
रांची : रिम्स के ट्रॉमा सेंटर और सुपर स्पेशियलिटी विंग को पूरी तरह संचालित करने की उम्मीद जग गयी है. रिम्स प्रबंधन ने फैकल्टी की कमी को दूर करने के लिए बुधवार को 103 डॉक्टरों का आवेदन आमंत्रित कर दिया है. डॉक्टरों का चयन साक्षात्कार के आधार पर किया जायेगा. डॉक्टरों के आवेदन से संबंधित […]
रांची : रिम्स के ट्रॉमा सेंटर और सुपर स्पेशियलिटी विंग को पूरी तरह संचालित करने की उम्मीद जग गयी है. रिम्स प्रबंधन ने फैकल्टी की कमी को दूर करने के लिए बुधवार को 103 डॉक्टरों का आवेदन आमंत्रित कर दिया है. डॉक्टरों का चयन साक्षात्कार के आधार पर किया जायेगा. डॉक्टरों के आवेदन से संबंधित जानकारी अखबारों में प्रकाशित कर दी गयी है.
जानकारी के अनुसार डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए निकाले गये आवेदन में नौ प्रोफेसर, 10 एडिशनल प्रोफेसर, नौ एसोसिएट प्रोफेसर, 57 असिस्टेेेंट प्रोफेसर, 17 मेडिकल ऑफिसर, एक उपाधीक्षक व चार रेडियोलॉजिस्ट शामिल है. शीघ्र ही ट्रेंड नर्स की नियुक्ति के लिए भी आवेदन निकाला जायेगा. ऐसे में उम्मीद जतायी जा रही है कि अप्रैल तक ट्रॉमा सेंटर शुरू हो जायेगा. साथ ही पेइंग वार्ड भी पूरी तरह संचालित किया जाने लगेगा.
100 बेड का है ट्राॅमा सेंटर, 50 बेड का इमरजेंसी भी शामिल : रिम्स का नवनिर्मित ट्रॉमा सेंटर
100 बेड का है, जिसमें 50 बेड
ट्रॉमा व 50 बेड इमरजेंसी के लिए आवंटित है. ट्रॉमा सेंटर के भवन में चार फ्लोर है. ग्राउंड फ्लोर पर इमरजेंसी वार्ड होगा. फर्स्ट फ्लोर पर ऑपरेशन थिएटर और काॅन्फ्रेंस हॉल हाेगा. वहीं, थर्ड और फोर्थ फ्लोर पर वार्ड व सेमिनार रूम होगा. ट्रॉमा सेंटर के लिए अलग से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम गठित की जायेगी, जिसमें न्यूरो सर्जन, फिजिशियन, ऑर्थोपेडिक सर्जन, एनेस्थिसिया, रेडियोलॉजिस्ट के विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल होंगे.
ट्रॉमा सेंटर और सुपर स्पेशियलिटी के लिए डॉक्टरों के लिए जो नियुक्ति निकाली गयी है. उसमें अन्य राज्यों में सेवा दे रहे राज्य के डॉक्टरों के लिए सुनहरा मौका है. प्रबंधन की ओर से स्वस्थ व स्वच्छ माहौल दिया जायेगा. नियुक्ति में पारदर्शिता बरती जायेगी.
डॉ डीके सिंह, निदेशक, रिम्स
रिम्स में दवाओं और उपकरणों की खरीद व रखरखाव की निगरानी के लिए बनी कमेटी
रांची : उपकरण और दवाओं की खरीद पर नजर रखने के लिए रिम्स प्रबंधन एक कमेटी गठित करेगा. इसकी अधिसूचना जारी कर दी गयी है. इस कमेटी में तीन से चार सदस्य होंगे, जो यह सुनिश्चित करेंगे कि जिस उपकरण या दवा की खरीद की जा रही है, उसका मूल्य सही है. उसके बाद ही सामान की खरीदारी की जायेगी.
इसके अलावा कमेटी यह भी सुनिश्चित करेगी कि खरीदी गयी दवाओं और उपकरण का रखरखाव ठीक से हो रहा है या नहीं. जरूरी दवाओं का कोल्ड चेन मेंटेन हो रहा है या नहीं और दवाएं ऐसी जगह तो नहीं रखी गयी हैं, जहां सीपेज तो नहीं है. अगर दवाओं के रखरखाव मेें मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है, तो संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की जायेगी. वहीं, जिस उपकरण की खरीद की गयी है, उसका उपयोग हो रहा है या नहीं? खरीदारी के बाद उपकरण वैसे ही पैक्ड तो नहीं है. अगर ऐसा पाया गया तो संबंधित विभागाध्यक्ष जिम्मेदार हाेंगे.
दवाओं और उपकरणों की मॉनिटरिंग के लिए कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी यह सुनिश्चित करेगी कि दवा व उकरण की खरीदारी के समय न्यूनतम मूल्य का पालन किया गया है या नहीं. मशीन, उपकरण व दवाओं को खरीदने के बाद उसका रखरखाव व सही से इस्तेमाल किया जा रहा है या नहीं.
डॉ दिनेश कुमार सिंह, निदेशक रिम्स
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement