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रांची : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा का दीक्षांत समारोह मनाया गया
रांची/मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा का सातवां दीक्षांत समारोह गरिमा एवं उल्लास के साथ संपन्न हुआ. समारोह में स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के 3196 छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गयीं. इनमें 12 गोल्ड और 12 सिल्वर मेडलिस्ट थे. 15 छात्रों को मेरिट सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया. समारोह का शुभारंभ केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, […]
रांची/मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा का सातवां दीक्षांत समारोह गरिमा एवं उल्लास के साथ संपन्न हुआ. समारोह में स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के 3196 छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गयीं. इनमें 12 गोल्ड और 12 सिल्वर मेडलिस्ट थे. 15 छात्रों को मेरिट सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया.
समारोह का शुभारंभ केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, कुलाधिपति नारायणदास अग्रवाल एवं कुलपति प्रो दुर्ग सिंह चौहान ने किया. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डिग्री हासिल करने के बाद व्यावहारिक जीवन में छात्र अपने कैरियर को मल्टीनेशनल कंपनियों में आगे बढ़ाते हैं और अच्छा पैकेज हासिल करते हैं, मगर यही जीवन पर्याप्त नहीं है.
हमारा अपना जीवन मूल्य होना चाहिए, जिसमें देश, समाज, समुदाय, संस्कृति, परंपरा, पर्यावरण और मानव कल्याण के प्रति हमारी जवाबदेही हो. उन्होंने फ्रेडमैन की पुस्तक ‘वर्ल्ड इज फ्लैट’ का जिक्र करते हुए इंफोसिस और अलकायदा के मूल्यों के अंतर को समझाया. कहा कि दोनों जगह युवा काम करते हैं, मगर उनके जीवन मूल्य और संस्कार अलग-अलग हैं. आज भी ग्लोबल यूथ और यूथ आइकाॅन स्वामी विवेकानंद हैं.
समारोह में सुपर कंप्यूटर परम के वास्तुकार एवं नालंदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पद्म भूषण डॉ विजय पी भटकर एवं डीआरडीओ के पूर्व महानिदेशक (मिसाइल और सामरिक प्रणाली) एवं अग्नि के कार्यक्रम निदेशक डॉ वीजी शेखरन को मानद उपाधि प्रदान की गयी. डीन एकेडमिक प्रो अनूप कुमार गुप्ता ने सभी का स्वागत किया. कुलपति प्रो डीएस चौहान ने विश्वविद्यालय का प्रगति-प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए भावी योजनाओं की जानकारी दी. धन्यवाद ज्ञापन प्रतिकुलपति प्रो आनंद मोहन अग्रवाल ने किया.
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