रांची : हजारीबाग, रांची और चतरा जिले की सीमा पर जल्द ही नक्सलियों और उग्रवादियों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू किया जायेगा. यह अभियान मॉनसून की समाप्ति के बाद शुरू होगा.
अभियान का मूल केंद्र हजारीबाग होगा. अभियान के दौरान नक्सली हजारीबाग से निकल कर रांची के बढ़मू या चतरा इलाके में नहीं चले जायें, इसके लिए संबंधित जिले की पुलिस भी नक्सलियों को घेरने में हजारीबाग पुलिस का सहयोग करेगी. अभियान शुरू करने का निर्णय शुक्रवार की रात को हजारीबाग में हुई बैठक में सीनियर पुलिस अधिकारियों ने लिया है.
बैठक में शामिल एक पुलिस अधिकारी के अनुसार बारिश के बाद नक्सली ज्यादा सक्रिय होते हैं. हजारीबाग और चतरा के कुछ इलाके पहले से नक्सली प्रभावित हैं. ऐसे में बारिश के बाद इन इलाके में नक्सली दोबारा अपनी गतिविधियों को तेज नहीं करें या किसी घटना को अंजाम न दें. इसे ध्यान में रखते हुए अभियान की योजना तैयार की जा रही है.
संगठन को मजबूत करने की कवायद : उल्लेखनीय है कि पूर्व में सारंडा में बड़े नक्सलियों की बैठक में यह बात सामने आ चुकी है कि झारखंड में शीर्ष माओवादियों के मारे जाने या सरेंडर करने की वजह से संगठन जो कमजोर हुआ है, उसे दोबारा मजबूत किया जा जाये. संगठन को मजबूत करने और अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए हमले की योजना भी तैयार की गयी थी.
इसके साथ ही झारखंड में बाहर के कुछ बड़े नक्सलियों का ट्रांसफर करने के साथ ही झारखंड के कुछ नक्सलियों को संगठन में प्रमोशन भी दिया गया था. लेकिन नक्सली अपनी योजना में सफल नहीं हो सकें, इसके लिए पुलिस अधिकारी लगातार नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखे हैं. हाल के दिनों में गुमला और लोहरदगा इलाके में नक्सलियों की गतिविधियों के बारे सूचना मिलने पर वहां बड़े पैमाने पर अभियान आरंभ किया गया था.