रांची : ग्रामीण कौशल विकास मिशन में बहाली के नाम पर फर्जीवाड़ा किया किया गया है. झारखंड-बिहार से लाखों की संख्या में अभ्यर्थियाें ने डाकघरों में भीड़ लगा कर आवेदन किया है. 31 अगस्त, 2018 को आवेदन देने की अंतिम तिथि थी, इस वजह से शुक्रवार को डाकघरों में भारी भीड़ थी. सारे छात्र 40-40 रुपये के पोस्टल स्टांप खरीद रहे थे और अावेदन को स्पीड पोस्ट कर रहे थे. एक स्पीड पोस्ट करने पर भी लगभग 40 रुपये का खर्च आता है. यानी एक अभ्यर्थी आवेदन भेजने पर 120 रुपये खर्च कर रहा था.
खबर है कि झारखंड से ही लगभग एक लाख अभ्यर्थियाें ने आवेदन दिया है. यानी 1.20 करोड़ रुपये के आवेदन छात्रों द्वारा केवल झारखंड से गये हैं. बिहार से भी बड़े पैमाने पर अभ्यर्थियाें ने आवेदन दिया है. ग्रामीण कौशल विकास मिशन के नाम से बिहार व झारखंड के 62 जिलों में पब्लिक रिलेशन अफसर, ब्लॉक प्रोग्राम अफसर और मल्टी टास्किंग स्टाफ के नाम पर 5561 पदों पर बहाली के लिए 10 वीं से लेकर पीजी तक के छात्रों से अावेदन मांगेगये हैं.
आठ अगस्त को अखबारों में इसके लिए विज्ञापन दिया गया था. विज्ञापन में लिखा गया है कि झारखंड-बिहार के 62 जिलों में स्किल डेवलपमेंट, रूरल डेवलपमेंट, डिजिटल लिट्रेसी प्रोग्राम, ई-सेवा, एसएचजी, एमआइ और अन्य केंद्रीय सरकारी योजना के लिए आवेदन आमंत्रित हैं. उम्र सीमा 18 वर्ष से 40 वर्ष निर्धारित की गयी है. आवेदन के लिए वेबसाइट से अावेदन पत्र डाउनलोड कर उसे भर कर भेजने या केवल अपना रिज्यूम भेजने की बात कही गयी है. छात्रों को 31 अगस्त तक निबंधित और स्पीड पोस्ट डाक से दो सेल्फ एड्रेस्ड इनवेलप में 40-40 रुपये के पोस्टल स्टांप लगाकर भेजने का निर्देश दिया गया है. आवेदन ग्रामीण कौशल विकास मिशन, 4ए, 46 एफ, रफी अहमद किदवई रोड, कोलकाता-70001 (पश्चिम बंगाल) के पते भेजने का निर्देश दिया गया है.
इसके लिए हेल्प लाइन नंबर 033-46032940 और 09674934942 दिये गये हैं. पर जब इस नंबर पर संवाददाता ने संपर्क किया, तो घंटी बज रही थी, पर किसी ने फोन नहीं उठाया.
वेबसाइट पर पीएम की तसवीर लगायी : वेबसाइट की डिजाइन ऐसी है, मानो वह केंद्र सरकार की वेबसाइट है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर भी लगायी गयी है. हेड अॉफिस का पता कलारकोडे, अलाप्पुझा, केरल दिया गया है. वेबसाइट का पता डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट केवीएम-जीओवीडॉट ओआरजी दिया गया है.
वेबसाइट भी है फर्जी : संस्था द्वारा अपनी वेबसाइट का पता डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट केवीएम-जीओवीडॉट ओआरजी दिया गया है. आमतौर पर भारत सरकार या राज्य सरकार की वेबसाइट के अंत में जीवोवी डॉट इन रहता है न कि ओआरजी. ओआरजी कॉमर्शियल साइट होती है, जबकि भारत सरकार व राज्य सरकार के सारे साइट के अंत में डॉट इन होता है.
न राज्य, न केंद्र में ऐसी कोई बहाली, यह पूरी तरह फर्जी है
झारखंड कौशल विकास मिशन के अधिकारी रविरंजन ने कहा कि उन्होंने अपने स्तर से भी पता किया है. न तो राज्य में और न ही केंद्र सरकार में ऐसी कोई बहाली की जा रही है. ग्रामीण कौशल विकास मिशन के नाम से कोई फर्जीवाड़ा कर रहा है. बेरोजगार युवा इसके झांसे में न आयें. कई युवाओं ने कार्यालय में फोन भी किया है, तो उन्हें बता दिया गया है. कौशल विकास मिशन के फेसबुक पेज पर भी इससे सावधान रहने की बात लिखी गयी है. केंद्र सरकार के स्किल डेवलपमेंट मंत्रालय को भी इस संस्था पर कानूनी कार्रवाई के लिए वह लिखेंगे.
कोलकाता कार्यालय में आवेदनाें का ढेर, निदेशक ने कहा : साेमवार काे ऑफिस आकर बात करें
प्रभात खबर के कोलकाता संवाददाता जब ग्रामीण कौशल विकास मिशन के दिये गये पता रफी अहमद किदवई रोड, कोलकाता में गये, तब कार्यालय में केवल आवेदनों का ढेर पड़ा हुआ था. वहां केवल एक कर्मचारी कौशिक था. उसने बताया कि वह यहां पार्ट टाइम काम कर रहा है. केवल डाक को सहेज कर रख रहा है. उनसे जब निदेशक का फोन नंबर मांगा गया, तब उन्होंने नंबर देने से इनकार कर दिया. पर अपने फोन से किसी शशांक दत्ता से बात कराया. संवाददाता ने उनसे कहा कि झारखंड सरकार आपके विज्ञापन को फर्जी बता रही है, तो उसने कहा कि वह अभी कुछ नहीं कहेंगे. जो बात करनी है, सोमवार को कार्यालय आकर बात करें. यह कह कर उसने फोन काट दिया.
-एक पद के लिए 40-40 रुपये के पोस्टल स्टांप लिये गये
-बेरोजगार युवाओं के 1.20 करोड़ रुपये डूबे
-31 अगस्त तक थी आवेदन देने की अंतिम तिथि
-5561 पदों के लिए मांगा गया है आवेदन
-आठ अगस्त को अखबारों में विज्ञापन देकर मांगा गया था आवेदन