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रांची : निर्मल हृदय की फाइलों से खुलासा, गर्भवती लड़कियों को रखने से पहले बच्चा छोड़ जाने के लिए भरवाया जाता था बांड
रांची : निर्मल हृदय में गर्भवती लड़कियों को रखने से पहले बच्चा छोड़कर जाने के लिए बांड भरवा लिया जाता था. इस बात का खुलासा यहां से जब्त की गयी फाइलों और कागजात के आधार पर हुआ है. हालांकि, इस जांच कार्य से जुड़े अधिकारी फिलहाल इस मामले में कुछ भी कहने को तैयार नहीं […]
रांची : निर्मल हृदय में गर्भवती लड़कियों को रखने से पहले बच्चा छोड़कर जाने के लिए बांड भरवा लिया जाता था. इस बात का खुलासा यहां से जब्त की गयी फाइलों और कागजात के आधार पर हुआ है. हालांकि, इस जांच कार्य से जुड़े अधिकारी फिलहाल इस मामले में कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं.अधिकारियों का कहना है कि अभी जांच चल रही है. जब्त किये गये कागजात की जांच की जा रही है.
इधर, बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) की अध्यक्ष रूपा कुमारी ने कहा कि अभिभावकों को भड़काया जा रहा है. इसके बावजूद बिना कानूनी प्रक्रिया पूरी किये किसी बच्चे को नहीं सौंपा जायेगा. अध्यक्ष ने कहा कि अभिभावकों को उनके बच्चे से मिलने पर कोई रोक नहीं है.
शिशु सदन में अभिभावकों ने किया हंगामा
इधर शिशु सदन हिनू में सोमवार को बच्चों के अभिभावकों ने जम कर हंगामा किया. स्थिति बिगड़ती देख पुलिस बुलानी पड़ी. जानकारी के अनुसार अभिभावक अपने-अपने बच्चे को ले जाना चाह रहे थे.
इस बाबत सीडब्ल्यूसी की ओर से कहा गया कि कानूनी प्रक्रिया चल रही है, ऐसे में अभी बच्चे नहीं दिये जा सकते हैं. सीडब्ल्यूसी ने कहा कि सबूत पेश करने के बाद बच्चे को उनके अभिभावक को सौंप दिया जायेगा.
जबकि, दूसरी अोर अभिभावकों का कहना था कि बच्चे उनके हैं, इसलिए वे अब उसे ले जाना चाहते हैं. इसे लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा. बाद में सीडब्ल्यूसी की ओर से महिला पुलिस बुलायी गयी. पुलिस ने अभिभावकों को समझाया. इसके बाद मामला शांत हुआ
मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है. इसके लिए छापामारी भी की जा रही है. बच्चा खरीदनेवालों पर भी एफआइआर दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की दिशा में भी कार्रवाई की जायेगी. इस संबंध में जो भी विधि सम्मत कार्रवाई होगी, वह रांची पुलिस करेगी.
अमन कुमार, सिटी एसपी, रांची
बाल कल्याण समिति में बच्चे को प्रस्तुत किया गया
रांची : मोरहाबादी से बरामद बच्चे को सोमवार को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया गया. बाल कल्याण समिति ने बरामद बच्चे के वास्तविक अभिभावक को बुलाकर उनसे जानकारी ली. इस बात का पता लगाया गया कि बच्चे के वह सही में अभिभावक हैं या नहीं. किन परिस्थिति में बच्चे का जन्म हुआ अौर उसे कितने में बेचा गया. यह जानकारियां लिखित ली गयीं.
आज आयोग के कार्यों की समीक्षा करेंगे मुख्यमंत्री
रांची. मुख्यमंत्री रघुवर दास मंगलवार दोपहर 12 बजे से एक बजे तक राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के कार्यों की समीक्षा करेंगे. यह जानकारी आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने दी. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री आयोग से यह जानकारी लेंगे कि बाल संरक्षण मुद्दों पर आयोग ने अब तक क्या कार्य किया व कितने मामलों का निष्पादन किया.
बच्चों के हेल्थ की जांच का दिया निर्देश
अभिभावकों का कहना था कि सीडब्ल्यूसी ने बच्चों को अपने संरक्षण में ले लिया है, लेकिन उसके स्वास्थ्य की जांच नहीं करायी जा रही है. कई बच्चे बीमार हैं. इस पर सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष रूपा कुमारी ने कहा कि यह आरोप बेबुनियाद है. जिन संस्थाओं में बच्चे रखे गये हैं, उन्हें स्वास्थ्य की जांच कराकर 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है.
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