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नामी-गिरामी इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले को लेकर अभिभावकों को भेजे जा रहे हैं एसएमएस, डोनेशन से कराया जा रहा एडमिशन
रांची : राजधानी के कई अभिभावकों को देश के नामी-गिरामी इंजीनियरिंग, मेडिकल कॉलेजों में दाखिले को लेकर रोजाना कई एसएमएस भेजे जा रहे हैं. कैरियर, डी-नोट्स, बीटेक-एचए, बीसीइ-टॉप, डी-बास्को, आइआइटी-जेईई, एसआरएमआइएसटी समेत कई नाम से अभिभावकों को एसएमएस भेजे जाते हैं. इसमें एक संपर्क नंबर भी दिया रहता है. कई में तो कम बजट पर […]
रांची : राजधानी के कई अभिभावकों को देश के नामी-गिरामी इंजीनियरिंग, मेडिकल कॉलेजों में दाखिले को लेकर रोजाना कई एसएमएस भेजे जा रहे हैं. कैरियर, डी-नोट्स, बीटेक-एचए, बीसीइ-टॉप, डी-बास्को, आइआइटी-जेईई, एसआरएमआइएसटी समेत कई नाम से अभिभावकों को एसएमएस भेजे जाते हैं. इसमें एक संपर्क नंबर भी दिया रहता है.
कई में तो कम बजट पर दाखिला कराने का दावा भी किया जा रहा है. अधिकतर एसएमएस में आरवीइएस कॉलेज, बीएमएस, रमैया, एमवीआइटी, दयानंद सागर, सीएमआरआइटी, बंगाल के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज, बीवीपीपीआइएंडटी, सिंघबाद, एसआरएम, सिंबायसिस, एमआइटी, डीवाइ पाटिल, कम्मिंस, न्यू होराइजन, पीइएस, डीवाइ पिटिल, एमआइटी पुने और सेनेगर कॉलेज समेत कई संस्थानों में इंजीनियरिंग के किसी भी ट्रेड में दाखिला का ऑफर दिया जा रहा है.
बेंगलुरु के बीएमएस और रमैया का डोनेशन सबसे अधिक : जानकारी के अनुसार बेंगलुरु के बीएमएस और रमैया कॉलेज में दाखिले का डोनेशन सबसे अधिक है. इसके लिए 30 लाख रुपये का डोनेशन और दो लाख रुपये नामांकन शुल्क लिया जा रहा है. डोनेशन भी 26 लाख रुपये डीडी के रूप में और चार लाख रुपये कैश से लिया जा रहा है.
आरवीआरइएश कॉलेज में डोनेशन 17 लाख रुपये, एमवीआइटी में 12 लाख रुपये, सीएमआरआइटी में दो लाख रुपये डोनेशन लिया जा रहा है. महाराष्ट्र के डीवाइ पाटिल इंस्टीट्यूट और एमआइटी पुणे के लिए डोनेशन शुल्क 3.5 लाख रुपये लिया जा रहा है. सेनेगर कॉलेज में डोनेशन दो लाख रुपये लिये जा रहा है, जबकि कालेज का वार्षिक शुल्क एक लाख रुपये है. इन संस्थानों में एडमिशन के अलावा छात्रावास और खाने-पीने का चार्ज भी अलग से लिया जा रहा है. बेंगलुरु के संस्थानों में दाखिले को लेकर न्यूनतम पांच लाख और अधिकतम 30 लाख रुपये तक लिये जा रहे हैं.
मैनेजमेंट कोटा के तहत कराया जा रहा है दाखिला
एसएमएस भेजनेवाले लोगों का कहना है कि वे मैनेजमेंट कोटा के तहत दाखिला करवाते हैं. लो बजट से लेकर हाई बजट तक का पैकेज वे ऑफर करते हैं. इसमें अभिभावकों को तय की गयी बात के हिसाब से दाखिले की औपचारिकताएं पूरी की जाती हैं. अभिभावकों से उनके बच्चों का जेईई मेंस का रैंक और स्कोर कार्ड भी मांगा जाता है. इसके बाद वे नामांकन कराने की प्रक्रिया में लग जाते हैं. तय फीस के बारे में अभिभावकों को पहले ही बता दिया जाता है.
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