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रांची : महाधिवक्ता के भाजपा की बैठक में जाने पर एतराज जताते हुए झामुमो ने साधा निशाना, भाजपा ने किया पलटवार
पार्टी विशेष के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं सूबे के महाधिवक्ता रांची : झामुमो ने राज्य के महाधिवक्ता अजीत कुमार का भाजपा की बैठक में जाने पर एतराज जताया है़ झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि महाधिवक्ता जिनको सरकार और यहां के लोगों के हक में पैरवी करनी है, वह […]
पार्टी विशेष के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं सूबे के महाधिवक्ता
रांची : झामुमो ने राज्य के महाधिवक्ता अजीत कुमार का भाजपा की बैठक में जाने पर एतराज जताया है़ झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि महाधिवक्ता जिनको सरकार और यहां के लोगों के हक में पैरवी करनी है, वह किसी पार्टी विशेष के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे है़ं ऐसी स्थिति में राज्य की दशा-दिशा क्या होगी, समझा जा सकता है़
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि जब कभी भी राज्य के सवालों पर बात उठती है़, तो मुख्यमंत्री चुप रहते हैं और भाजपा इधर-उधर की बातें करती है़ जमशेदुपर की बात करेंगे, तो जामनगर पर बाेलेंगे़ मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करते है़ं
आज तक कंबल घोटाले की सीबीआइ जांच नहीं हो सकी़ एसीबी जांच की क्या स्थिति है, नहीं मालूम़ श्री भट्टाचार्य ने जनसंवाद केंद्र चलाने वाली कंपनी के कामकाज पर भी सवाल उठाया़ कहा कि मंत्री सरयू राय ही कहते हैं कि इसका अॉडिट होना चाहिए़ इस कंपनी के साथ कांट्रैक्ट 2017 में ही खत्म हो गया था, लेकिन आज तक टेंडर नहीं हुआ़ यह गंभीर मामला है़
झामुमो नेता विनोद पांडेय ने पत्रकारों से कहा कि एक सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कहते हैं कि आदिवासी पढ़ लेंगे, तो शिबू सोरेन को दिशोम गुरु कौन कहेगा़ यह उन लोगों का अपमान है, जिन्होंने गुरुजी को दिशोम गुरु की उपाधि दी है़
मुख्यमंत्री को इनसे माफी मांगनी चाहिए़ धर्म परिवर्तन के आधार पर आदिवासी का आरक्षण खत्म किये जाने के सवाल पर झामुमो नेताओं ने कहा कि भाजपा जाति, धर्म के नाम पर लोगों को बांट कर राजनीति करना चाहती है़ आरक्षण खत्म करने की बात बेतुकी है़ आरक्षण जातीय आधार पर दिया गया है, ना कि धार्मिक आधार पर. सरकार लोगाें के सामाजिक सुरक्षा का अधिकार उनसे छीन लेना चाहती है़
भाजपा ने किया पलटवार
महाधिवक्ता के कहीं आने-जाने पर प्रतिबंध नहीं, वह भ्रम दूर कर रहे हैं
रांची : झामुमो द्वारा भाजपा की बैठक में महाधिवक्ता के शामिल होने को लेकर सवाल उठाये जाने पर भाजपा ने पलटवार किया है़ भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि महाधिवक्ता राज्य के चीफ लीगल ऑफिसर भी होते है़ं
आज भाजपा कार्यालय में उनको भूमि अधिग्रहण मामले में कानूनी पहलू को समझाने के लिए निमंत्रण दिया गया था़ महाधिवक्ता का यह संवैधानिक दायित्व होता है कि समाज में अगर कोई भ्रम फैलने की स्थिति होती है, तो उसे दूर करे़ं आज की बैठक में महाधिवक्ता ने सिर्फ कानूनी पहलुओं की जानकारी दी है़ संविधान के प्रावधानों में और कोड ऑफ कंडक्ट में महाधिवक्ता को कहीं आने-जाने पर प्रतिबंध नहीं है़ उन्होंने कोई राजनीतिक बयानबाजी नहीं की है़
हताश होकर आरोप लगा रहे हैं : पार्टी प्रवक्ता ने कहा है कि झामुमो और कांग्रेस के नेता हताश होकर महाधिवक्ता पर आरोप लगा रहे है़ं आरक्षण के मुद्दे पर श्री शाहदेव ने कहा कि यहां कि आदिम जनजाति और अनुसूचित जनजाति ने हजारों वर्षों से तमाम विदेशी हमलों के बावजूद अपनी सांस्कृतिक विरासत बरकरार रखी है़ जब सरकार इन्हें आरक्षण का शत-प्रतिशत लाभ देना चाहती है, तो झामुमो इसका विरोध करके अल्पसंख्यक तुष्टिकरण का कार्ड खेल रही है़ झामुमो का असली चेहरा उजागर हो गया है़
झामुमो ने पारंपरिक संस्कृति और विरासत के रक्षक आदिवासियों के विरोधी होने का प्रमाण दिया है़ भाजपा ने झामुमो के सभी 12 सवालों का जवाब दे दिया, उसके बाद भी ये सरकार और भाजपा से जवाब मांग रहे है़ं प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन के खिलाफ अवैध खनन का मामला प्रकाश में आया है़
यह जल-जंगल-जमीन की राजनीति करने वाले लोगों के चेहरे को बेनकाब करता है़ इनके मुंह से नैतिकता बेमानी लगती है़ पहले बालू घाट मुंबई के लोगों को बेच दिया और अब अवैध उत्खनन कर 12़ 5 करोड़ की चपत लगायी है़
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