दर्जन से अधिक वार्डों में पार्षद पद के लिए मचा है घमसान
रांची : नगर निकाय चुनाव प्रत्याशियों की वजह से ज्यादा रोचक हो गया है. कारण है कि चुनाव में एक ही दल के कई नेता आपस में लड़ रहे हैं. पद के लिए आपस में भिड़ने वालों में सबसे अधिक संख्या भाजपा नेताओं की है. हालांकि, भाजपा के अलावा अन्य दलों के भी नेता एक ही पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. रांची नगर निगम के दर्जन से अधिक वार्डों में पार्षद पद के लिए भाजपा के दो से लेकर चार-पांच नेताओं के बीच घमसान मचा है. ऐसे प्रत्याशी चुनावी दंगल में विचारधारा की बात न कर निजी गुण गिना रहे हैं. प्रतिद्वंदी की खामियां प्रचारित करने की जुगत लगा रहे हैं.
दुविधा में हैं बड़े नेता : एक ही पद के लिए कई प्रत्याशियों के खड़े होने से पार्टी के बड़े नेताओं के सामने भी दुविधा है. वह वार्डों में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने से बच रहे हैं. बहुत मजबूरी होने पर शामिल होते भी हैं, तो प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार नहीं करते. भाजपा के मेयर और डिप्टी मेयर प्रत्याशी भी प्रचार कार्यक्रमों में पार्षद प्रत्याशी के लिए समर्थन जुटाने का प्रयास नहीं कर रहे हैं. दोनों केवल अपने पक्ष में मतदान का आग्रह कर रहे हैं. हालांकि, वार्डों में आयोजित किये जा रहे पार्टी के कार्यक्रमों में प्रत्याशी प्रतिद्वंदी होने के बावजूद जुट रहे हैं. लेकिन मंच का साथ किसी प्रत्याशी को नहीं मिल रहा है.
कहां कौन हैं आमने-सामने : नगर निगम में डिप्टी मेयर के लिए पार्टी द्वारा प्रत्याशी घोषित किये जाने के बावजूद भाजपा सुखदेव नगर मंडल के पूर्व अध्यक्ष प्रेम सिंह भी इसी पद के लिए मैदान में हैं. उनके अलावा वार्ड चार में संजय सोनी व राजकिशोर प्रसाद, वार्ड 31 में अशोक यादव और नीरज कुमार, वार्ड 26 में प्रदीप कुमार और अरुण झा, वार्ड 10 में जयप्रकाश भल्ला, ललिता देवी, अजय अग्रवाल और राजेश महतो, वार्ड आठ में वीणा अग्रवाल और ललिता देवी, वार्ड 28 में आशा देवी और रश्मि चौधरी, वार्ड 30 में सुनीता देवी व सीता जायसवाल, वार्ड 20 में सुनील यादव मामा, बिशुनदेव प्रसाद लीलू, राजेश सिन्हा और अशोक पुरोहित, वार्ड 32 में रिमझिम पांडेय, ज्योति सिंह, अर्चना सोनी व सुनीता सिंह और वार्ड 34 में ननकू तिर्की, भोला जी शांडिल्य, अजीत भगत व विनोद सिंह एक-दूसरे के खिलाफ चुनावी दंगल में हैं. उक्त सभी प्रत्याशी भाजपा से जुड़े हैं.
