उत्कृष्ट महज 13 साल का ही तो था. अभी उसने ठीक से इस दुनिया को समझा भी नहीं था और दुनिया छोड़ कर चला गया. कल ही तो उसने अपने हाथों से मैगी बनाकर मां को खिलाया था. पूछा था, ‘टेस्टी बना है ना मम्मी’. उसकी बातें याद कर मां बिलखने लगती है. वह और कर भी क्या सकती है. अब उस बेबस मां के पास अपने बेटे की यादों के सिवाय कुछ नहीं बचा. कभी बेटे की तसवीर, तो कभी उसकी चीजों को देख मां रोने लगती है. बुधवार को यह दृश्य बरियातू के हरिहर सिंह रोड स्थित विजन होम अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर-301 में रहने वाले रंजीत कुमार जायसवाल के घर का था. उनके पुत्र उत्कृष्ट कुमार जायसवाल ने मंगलवार रात फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. वह संत थॉमस स्कूल की आठवीं का छात्र था. घरवाले कहते हैं कि उत्कृष्ट असाइनमेंट के बोझ से दबा था, जिसके कारण तनाव में था़.
रांची : अनीता जायसवाल ने रोते हुए बताया कि मंगलवार शाम उत्कृष्ट उर्फ बाबू ने कहा कि मम्मी भूख लगी है. मैंने उसे कहा कि ब्रेड चॉप बना रही हूं. थोड़ी देर में बन जायेगा. उसने कहा कि तुम ब्रेड चॉप छोड़ दो मम्मी, हम मैगी बना लेते हैं. वह हमेशा खुद ही मैगी बनाता था. मंगलवार को भी वह बाहर से शिमला मिर्च लेकर आया और मैगी बनायी. मुझे भी खाने काे दिया और पूछा ..टेस्टी बना है ना मम्मी.
इधर, घटना की सूचना मिलते ही उत्कृष्ट के मामा विजय कुमार, मामी नीलम देवी, चाचा नीरज चाचा जायसवाल, रंजीत कुमार जायसवाल के मित्र प्रभास दत्ता सहित विजन होम अपार्टमेेंट व आसपास के कई लोग रंजीत कुमार जायसवाल के घर पहुंचे. अनीता ने बताया कि हर साल उत्कृष्ट काे इतना असाइनमेंट मिलता था, जिसे वह पूरा कर लेता था. लेकिन, कभी तनाव में नहीं रहता था. इस बार उसने असाइनमेेंट पूरा नहीं किया था, जिस पर शिक्षकों ने भी उसे डांटा था. हमने भी असाइनमेंट पूरा करने के लिए कभी-कभार कुछ कहा था. हो सकता है उन्हीं बातों को लेकर वह अंदर-अंदर ही तनाव में रह रहा था. हालांकि असाइनमेंट पूरा नहीं करने पर तनाव में रहने की बात को वह कभी किसी से नहीं बताता था. उसे हमने मोबाइल नहीं दिया था, किसी से बात करने के लिए वह मेरे मोबाइल फोन प्रयोग करता था. इसलिए रात में किसी से फोन पर बात करने की बात नहीं थी.
बाहर से प्रिंट करा कर लाया था असाइनमेंट : गरमी छुट्टी के बाद सोमवार को ही स्कूल खुला था. उत्कृष्ट के पिता रंजीत कुमार जायसवाल का अपर बाजार के बड़ा लाल स्ट्रीट में आरपी कंप्यूटर के नाम से प्रिंटिंग प्रेस है. घर में भी कंप्यूटर है, लेकिन उसका प्रिंटर खराब हो गया है. मंगलवार को उत्कृष्ट बाहर से असाइनमेंट प्रिंट करा कर लाया था. शाम तक सब कुछ ठीक था.
हिंदी और संस्कृत में कमजोर था
अनीता जायसवाल ने एमए और बीएड की डिग्री ली है. उन्होंने बताया कि उत्कृष्ट हिंदी व संस्कृत में कमजोर था. हम भी उसे पढ़ाते थे, लेकिन हमसे ज्यादा प्यार दिखाते हुए नहीं पढ़ता था. इसलिए हमने उसके लिए एक टीचर आकाशजी को रखा था, लेकिन कुछ दिन पहले दिल्ली में आकाश की नौकरी हो गयी, तो वे चले गये. उन्होंने कहा था कि हम एक टीचर दे देंगे. कुछ दिन पहले वह टीचर उसे पढ़ाने आये थे, लेकिन उस टीचर से नहीं पढ़ना चाहता था. वह गणित, जीव विज्ञान, भौतिकी व रसायन में अच्छा था. हमने उसे कहा था कि संस्कृत में समस्या है, तो उसे छोड़ दो. केवल हिंदी पर ध्यान दो, क्योंकि हिंदी को आगे तक ले कर जाना है. वह कहता था कि वह खुद पढ़ लेगा, उसे टीचर की आवश्यकता नहीं है.