उरीमारी. सीसीएल की न्यू बिरसा आउटसोर्सिंग खदान में शनिवार की देर रात राहुल दुबे गैंग ने चार दिनों के अंदर दूसरी बार अपनी धमक दी है. इस बार दो बाइक पर सवार चार अपराधियों ने पानी भर रहे टैंकर में आग लगा दी. आग लगाने के बाद धमकी भरा पर्चा फेंक कर भाग निकले. वहां मौजूद कर्मियों की तत्परता के कारण टैंकर जलने से बच गया. टैंकर का केवल पिछला टायर जला है. इससे पहले इस गैंग के अपराधियों ने चार मार्च की रात को इसी खदान में पहुंचकर फायरिंग की थी. वहां खड़े कई वाहनों में आग लगाने का भी प्रयास किया था. उस समय भी दो बाइक से चार अपराधी आये थे. धमकी भरा पर्चा भी फेंक कर संपर्क करने को कहा था. लेकिन इस घटना के अगले दिन आउटसोर्सिंग कंपनी ने अपराधियों के खिलाफ केस दर्ज कराया, जिसे इस गैंग ने चुनौती के रूप में लेते हुए शनिवार की रात आगजनी की घटना को अंजाम दिया. इस बार छोड़े गये पर्चे में अपराधियों ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि यदि इस बार भी संपर्क नहीं किया गया, तो खदान में खून की होली होगी. इस घटना के बाद कंपनी का कामकाज करीब घंटे बंद रहा. बाद में पुलिस ने पहुंचकर काम शुरू करा दिया. इधर, घटना के बाद से कंपनी के कर्मियों में दहशत है. मामले पर उरीमारी ओपी प्रभारी रामकुमार राम ने कहा कि मामले की जांच चल रही है.
पुलिसिया कार्यशैली पर उठा सवाल : चार दिन पूर्व हुए घटना की लिखित सूचना देने के बाद भी पुलिस मामले पर एक कदम भी नहीं चल पायी. न तो अपराधियों की टोह ली, न ही खदान में सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था की गयी. यही कारण रहा कि दूसरी बार भी अपराधियों ने खदान को टारगेट किया और आराम से निकल गये. यदि पुलिस रास्ते की भी निगरानी करती, तो अपराधी पकड़े जा सकते थे. उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही अपराधियों ने हजारीबाग में एनटीपीसी के एक कोयला अधिकारी की गोली मार कर हत्या कर दी थी. उसी जिले के उरीमारी ओपी क्षेत्र में राहुल गैंग लगातार घटनाओं को अंजाम दे रहा है. बावजूद इसके पुलिस निष्क्रिय बनी हुई है. पुलिस की इस नाकामी की क्षेत्र में खूब चर्चा हो रही है.
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