बलकुदरा में चार लाख टन है कोयला भंडार, फरवरी तक का है टेंडर. भुरकुंडा. करीब एक महीने से बंद भुरकुंडा की बलकुदरा खदान से मंगलवार को कोयला उत्पादन फिर से शुरू हो गया है. कार्य की शुरुआत पीओ कुमार राकेश सत्यार्थी ने नारियल फोड़ कर की. कार्य शुरू होने के बाद आउटसोर्सिंग कंपनी पीएसएमइ ने द्वितीय पाली तक छह हाइवा कोयले का उत्पादन कर लिया था. पीओ ने बताया कि खदान में अभी चार लाख टन कोयले का भंडार है. आउटसोर्सिंग कंपनी का टेंडर फरवरी तक है. कोयला उत्पादन शुरू होने से कर्मचारियों में हर्ष है. मौके पर मैनेजर राजेश कुमार सिंह, पंकज कुमार सिंह, अविनाश चंद्रा, धीरेंद्र कुमार, शशिभूषण सिंह, शैलेंद्र सिंह, पप्पू सिंह, अमरेंद्र सिंह, नौशाद आलम, ओमप्रकाश, लक्ष्मीनारायण प्रसाद, अफजल हुसैन, राजकुमार, गणेश,मुन्ना मुंडा, नंदु महतो उपस्थित थे. बताया गया कि भुरकुंडा लोकल सेल चालू करने के लिए डिपो में जो कोयला स्टॉक किया गया था, उस कोयला को सौंदा बी साइडिंग भेजा जायेगा. इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है. सीसीएल प्रबंधन संगम खदान को चालू करने के लिए भी तेजी से काम कर रहा है. टेंडर प्रक्रिया चल रही है. संगम खदान में करीब 60 लाख टन कोयले का भंडार है. पांच साल तक उत्पादन कार्य हो सकेगा.
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