चितरपुर. चितरपुर प्रखंड क्षेत्र में पिछले दो दिनों से पेयजलापूर्ति व्यवस्था ठप है. लोग दिनभर पेयजल की जुगाड़ में लगे रहते हैं. खास कर महिलाएं सुबह से लेकर शाम तक पानी लाती रहती हैं. इससे घर का काम भी प्रभावित हो रहा है. जानकारी के अनुसार, भैरवी नदी से पाइप के माध्यम से चितरपुर रजरप्पा मोड़ एवं बाजारटांड़ स्थित जलमीनार में पानी पहुंचाया जाता है. इसके बाद यहां से चितरपुर, सांडी, मारमंगरचा, मायल, सोंढ़, नावा बगीचा, तेबरदाग आदि गांवों में पेयजलापूर्ति की जाती है. बाजार टांड़ स्थित जलमीनार में 350 एमएम का गेट वॉल्ब खराब हो गया है. पेयजलापूर्ति व्यवस्था ठप रहने से इन गांवों के लगभग 25 हजार से अधिक लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. ग्रामीणों का कहना है एक महीना पहले भी गेट वॉल्ब खराब हो गया था. तीन – चार दिनों बाद गेट वॉल्ब की मरम्मत की गयी थी. अब पुनः गेट वॉल्ब खराब होने से विभाग के प्रति लोगों में रोष है. ग्रामीण विकास कुमार, शनिचर कुमार चौधरी, शोहराब अख्तर ने कहा कि पेयजलापूर्ति ठप होने से ग्रामीणों को परेशानी हो रही है. नहाने -धोने का पानी तक घर में नहीं है. इस संदर्भ में विभाग के सुपरवाइजर शंकर महतो ने बताया कि पुनः गेट वॉल्ब खराब हो गया है. कोलकाता से ट्रांसपोर्टिंग के जरिए गेट वॉल्ब मंगाया जा रहा है. दो दिन में पेयजलापूर्ति व्यवस्था सुचारू रूप से शुरू करा दी जायेगी.
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