विस्थापितों ने पीवीयूएनएल प्रबंधन को सौंपा मांग पत्र पतरातू. पतरातू की झामुमो रैयत विस्थापित प्रभावित समिति के बैनर तले गुरुवार को 25 गांव के विस्थापित- प्रभावित ग्रामीणों ने पीवीयूएनएल पतरातू के मुख्य कार्यकारी निदेशक को मांग पत्र सौंपा. विस्थापितों का कहना था कि वह कई वर्षों से अपने अधिकारों के लिए संघर्षरत हैं, लेकिन उन्हें अब तक स्थायी रोजगार, विकास कार्यों और समझौता-वार्ताओं का लाभ नहीं मिला. विस्थापित परिवार मजबूरी में प्रवासी मजदूर बनने को विवश है. मांगों में पीटीपीएस से विस्थापित 25 गांवों के युवाओं को पीवीयूएनएल में स्थायी रोजगार में 100 प्रतिशत प्राथमिकता देने, बलकुदरा छाई-डैम के संबंध में 26 मई व 18 जुलाई 2025 को बनी सहमति के अनुसार नियमावली को तत्काल तैयार कर लागू करने, लोडिंग के बाद पानी का छिड़काव अनिवार्य रूप से करने, परिवहन केवल रात नौ बजे से सुबह सात बजे तक करने, भेल की सभी एजेंसियों में विस्थापित-प्रभावितों को रोजगार व ठेका कार्य में 100 प्रतिशत प्राथमिकता देने सहित अन्य हैं. समिति ने चेतावनी दी है कि 15 दिन में सकारात्मक वार्ता व समाधान की दिशा में पहल नहीं की गयी, तो आंदोलन किया जायेगा. ज्ञापन सौंपने वालों में योगेंद्र यादव, मुमताज अंसारी, झरी मुंडा, रंजीत बेसरा, राजेंद्र महतो, उदय मालाकार, रामविलास करमाली, आजाद राय, चंद्रनाथ सोरेन, सुरेंद्र उरांव, संजीव मुंडा, सुनील मुंडा, दीपक यादव, शुभम पांडे, विकास यादव, विमल करमाली, सदाम हुसैन, मिराज अंसारी, शशि यादव, रूपेश मुंडा, रोशन मुंडा, रवि महली, लालदेव यादव उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

