रामगढ़ : सेल संचालन समिति ने लोकल सेल चालू करने की मांग को लेकर सोमवार को सीसीएल की केदला व झारखंड उत्खनन परियोजना की चैनपुर व एनार साइडिंग जाने वाली कोयला ट्रांसपोर्टिंग ठप करा दी. बंदी को लेकर कोयला ट्रांसपोर्टिंग में लगे दर्जनों हाईवा व डंपर परियोजना में खड़े रहे. इससे पूर्व रहावन, पचमो, हुरदाग, इचाकडीह, गोसी, लईयो, ढोरठाटांड, केदला बस्ती सहित आदि गांव के सैकड़ों लोग सुबह छह बजे परियोजना पहुंचे.
इसके बाद रैली की शक्ल में प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कांटा का काम रोक दिया. इस दौरान आंदोलन में शामिल लोगों ने झारखंड पंद्रह नंबर स्थित इंटर कॉलेज परिसर में आंदोलन की रणनीति को लेकर आम सभा की. इसकी अध्यक्षता सेल संचालन समिति के सदस्य मदन महतो ने की और संचालन जगदीश रजवार ने किया. इस अवसर पर सभा के संबोधित करते हुए पूर्व विधायक सह निगरानी कमेटी के सदस्य खीरू महतो ने कहा कि केदला व झारखंड उत्खनन परियोजना से प्रभावित दर्जनों गांव के लोगों के रोजगार के लिये लोकल सेल खोला गया था, लेकिन प्रबंधन सेल बंद कर हजारों लोगों के रोजगार के छीन लिया. प्रबंधन यहां के लोगों पर बेरोजगारी का कहर ढाहना शुरू कर दिया. प्रबंधन के बेरोजगार नीति को लेकर लोगों में काफी गुस्सा भरा हुआ है.
श्री महतो ने कहा कि आंदोलन के बल पर लोकल सेल खोलवाया गया था. फिर आंदोलन कर बंद लोकल सेल को चालू कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि समिति ने आंदोलन का आगाज कर दिया है. प्रबंधन आंदोलन के दौरान वार्ता कर मांग को पूरा नहीं करता है, तो दूसरे चरण में 15 जून से केदला, झारखंड उत्खनन परियोजना व केदला भूगर्भ परियोजना का संपूर्ण कार्य अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया जायेगा. जब तक समिति की मांग पूरी नहीं हो जाती है, परियोजना में उग्र आंदोलन जारी रहेगा.
वहीं मदन महतो ने कहा कि लोकल सेल बंद होने से दर्जनों गांव के लोग मायूस हैं. क्षेत्र का रौनक समाप्त हो गया है. प्रबंधन सेल चालू नहीं करता है, तो मांग को लेकर प्रबंधन के साथ आर पार की लड़ाई होगी. जिप सदस्य दुष्यंत कुमार पटेल, निगरानी कमेटी के सदस्य शिवलाल महतो, राजू महतो, बालेश्वर महतो, सहित अन्य ने अपने विचार रखे. आंदोलन में मुख्य रूप से उप मुखिया पप्पू कुमार प्रमोद महतो, दशरथ महतो, विनोद रजवार, बालेश्वर तुरी, वासुदेव महतो, चितरंजन महतो, शाकिर अंसारी, धनेश्वर प्रसाद, लालमन महतो, सुरेश रजवार, छोटू महतो, अर्जन महतो, गोदल महतो, रमेश रवि शामिल थे.
15 जून से केदला, झारखंड व केदला भूगर्भ परियोजना का संपूर्ण कार्य होगा ठप
साइडिंग जानेवाली कोयला ट्रांसपोर्टिंग ठप
बंदी से होने वाले नुकसान के संबंध में परियोजना के वरीय खान प्रबंधन रामेश्वर मुंडा ने बताया कि साइडिंग जाने वाली कोयला ट्रांसपोर्टिंग ठप है. इस बंदी से मात्र झारखंड परियोजना को 90 लाख का नुकसान हुआ है. आंदोलन मामले पर सीसीएल के वरीय अधिकारी से बात चल रही है. वरीय अधिकारी का कोई आदेश नहीं आया है.