प्रकृति आपदाओं से बचाव के लिए पर्यावरण का संरक्षण जरूरी : कालीचरण सिंह फोटो 6 डालपीएच- 7 प्रतिनिधि : सतबरवा. प्रत्येक वर्ष के भांति इस भी वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रखंड क्षेत्र के चेतमा जतरा टांड़ के मैदान में सतबरवा, मनिका तथा बरवाडीह प्रखंड क्षेत्र के 22 गांव के बइगा,पाहन, ग्राम प्रधान ने सामूहिक रूप से सरहुल सह मेला कार्यक्रम का आयोजन किया. जिसमें चतरा सांसद कालीचरण सिंह के अलावा काफी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया. मांदर के थाप नृत्य गीत की प्रस्तुति की गयी. श्री सिंह ने कहा कि प्रकृति आपदाओं से बचाव के लिए पर्यावरण को संरक्षित रखना जरूरी है. जब तक पर्यावरण सुरक्षित है तब तक मानव जीवन सुरक्षित है इसलिए हम सब को अपने जीवन में काम से कम पांच पौधा रोपण करना चाहिए. श्री सिंह ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी ने एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम शुरू किया है जिससे पर्यावरण को संतुलित रखने काफी फायदेमंद साबित होगा. कार्यक्रम के पूर्व विधि विधान से पाहन,बइगा तथा ग्राम प्रधानों के द्वारा प्रकृति की पूजा अर्चना कर इस वर्ष भी अच्छी मानसून का कामना किया. मालूम हो कि 1983 ईस्वी में औरंगा बांध विरोधी संघर्ष समिति के बैनर तले चेतना गांव निर्मल सिंह (अब स्वर्गीय) के नेतृत्व में बांध से पर्यावरण को नुकसान बताते हुए डूब क्षेत्र के 22 गांव के ग्रामीणों को एकजुट किया था जिसके कारण केंद्र सरकार को अधिकतर लोगों के बीच मुआवजा भुगतान के बावजूद कार्य को रोकना पड़ा. तब से यह कार्यक्रम का आयोजन होते आ रहा है. इस कार्यक्रम में देश के पर्यावरणविद् बाबा आमटे तथा सुंदरलाल बहुगुणा शामिल हो चुके हैं. इस मौके पर पचु भुइयां, अमृत सिंह, झमन परहिया,रघुवर सिंह, जितेन्द्र सिंह, अर्जुन सिंह,लाल मन उरांव, विंदेश्वरी सिंह, धीरज कुमार, मुकेश कुमार गुप्ता, अंकित कुमार समेत कई लोग उपस्थित थे.
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