प्रखंड प्रमुख व मुखिया ने उठाया सवाल, विभाग व प्रशासन से व्यवस्था में सुधार करने की मांग
पाटन प्रखंड के किशुनपुर पंचायत में स्थित प्रखंड संसाधन केंद्र (बीआरसी) में कार्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरायी हुई है. केंद्र का ताला समय पर खुल जाता है, लेकिन कर्मियों की उपस्थिति और कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. कर्मी न तो समय पर पहुंचते हैं और न ही निर्धारित समय तक कार्य करते हैं. सरकार द्वारा संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों को भी केवल औपचारिकता के तौर पर निभाया जा रहा है, जिससे पंचायत प्रतिनिधियों में नाराजगी बढ़ती जा रही है.
12 कर्मी में केवल चार ही उपस्थित थे
मंगलवार को दोपहर 12:55 बजे प्रखंड प्रमुख शोभा देवी और किशुनपुर पंचायत की मुखिया सुमन गुप्ता बीआरसी पहुंचे. उस समय केंद्र में मात्र चार कर्मी उपस्थित थे, जबकि कुल 12 कर्मी पदस्थापित हैं. उपस्थित कर्मियों में इमाम हुसैन, अनुज कुमार, जावेद अख्तर और अंजनी नंदन मिश्रा शामिल थे. बताया गया कि एक कर्मी सोनू कुमार तिवारी छात्र नामांकन कार्य के लिए मेदिनीनगर कार्यालय गए थे. शेष कर्मियों की अनुपस्थिति पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गयी.शैक्षणिक गतिविधियों की गुणवत्ता पर इसका असर पड़ता है
खेलो झारखंड जैसी राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का आयोजन सोमवार को किया गया था, लेकिन पंचायत प्रतिनिधियों को इसकी कोई सूचना नहीं दी गयी. प्रचार-प्रसार के अभाव में यह कार्यक्रम विफल रहा और केवल पांच से सात विद्यालयों के छात्र ही इसमें भाग ले सके. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रमुख ने जिला शिक्षा अधीक्षक संदीप कुमार से दूरभाष पर बात की और बीआरसी की स्थिति से उन्हें अवगत कराया. उन्होंने व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया.
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