KN Tripathi: मेदिनीनगर(पलामू), चंद्रशेखर सिंह-झारखंड के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी पर उनके बॉडीगार्ड ने शहर थाने में जीरो प्राथमिकी (Zero FIR) दर्ज करायी है. इस संबंध में शहर थाना प्रभारी ज्योति लाल रजवार ने बताया कि पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी के विरुद्ध अंगरक्षक रविंद्र रखसियार और गोपाल सिंह के द्वारा जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल करने, अभद्र व्यवहार करने और मारपीट करने को लेकर आवेदन दिया गया है. इसके आधार पर शहर थाने में जीरो एफआईआर दर्ज करायी गयी है. उन्होंने कहा कि जिस थाना क्षेत्र में घटना घटी है, वहां मामले को भेजा जा रहा है, ताकि जांच कर कार्रवाई की जा सके.
थप्पड़ मारकर वाहन से उतारने का आरोप
भुक्तभोगी अंगरक्षक रविंद्र रखसियार का कहना है कि मंगलवार की दोपहर 12 बजे पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी के साथ वे उनके वाहन से रांची जा रहे थे. दोपहर डेढ़ से पौने दो बजे के बीच में लातेहार पहुंचे थे. थाना के पास जाम लगा हुआ था. पूर्व मंत्री के आदेश पर वाहन से उतरकर जाम हटाने लगे, ताकि वाहन जाम से निकल पाए. दूसरा अंगरक्षक रविंद्र ने बताया कि जाम हटाने के बाद जैसे ही पूर्व मंत्री पहुंचे. उन्होंने वाहन से उतरकर रविंद्र रखसियार को जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल करते हुए थप्पड़ मार दिया और दोनों अंगरक्षकों को अपने वाहन में भी नहीं बैठने दिया. इसके बाद उनके वाहन से सामान उतारकर वे लातेहार थाना गए और थाना प्रभारी को घटना के बारे में पूरी जानकारी दी. थाना प्रभारी ने लातेहार एसडीपीओ को इसकी सूचना दी. एसडीपीओ ने थाना पहुंचकर इन दोनों अंगरक्षक का ब्रेथ एनालाइजर से टेस्ट कराया. जांच में अल्कोहल लेने की पुष्टि नहीं हुई. इसके बाद दोबारा लातेहार सदर अस्पताल में इन दोनों की अल्कोहल जांच करायी गयी. इसकी पुष्टि नहीं हुई.
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अंगरक्षक ने की न्याय की मांग
अंगरक्षक रविंद्र ने बताया कि बुधवार को शहर थाना में पहुंचकर पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी के विरुद्ध जाति सूचक शब्द, मारपीट करने और अभद्र व्यवहार करने को लेकर थाने में आवेदन दिया गया. इसके आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. उन्होंने कहा कि इस तरह यदि पुलिस जवान का अपमान किया जाएगा तो कैसे काम कर सकते हैं. उनकी मांग है कि उन्हें न्याय दिया जाए. जिले के वरीय पुलिस अधिकारियों से भी उन्होंने मुलाकात की है. पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष कर्ण कुमार सिंह ने इसे लेकर झारखंड के डीजीपी, आईजी, डीआईजी और एसपी को पत्र भेजा है.
छवि को धूमिल करने की साजिश : केएन त्रिपाठी
झारखंड के पूर्व मंत्री सह कांग्रेस के वरीय नेता केएन त्रिपाठी ने कहा कि अंगरक्षकों के द्वारा उनके खिलाफ जो मामला दर्ज कराया गया है, वह पूरी तरह निराधार और सत्य से परे है. राजनीतिक षड्यंत्र के तहत उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है. इससे वह विचलित होने वाले नहीं है. उन्होंने कहा कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच करें. इसके बाद सच्चाई सामने आ जायेगी. उन्होंने मेदिनीनगर में पुलिस एसोसिएशन द्वारा दर्ज करायी गयी जीरो एफआईआर के औचित्य पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि जब अंगरक्षकों ने लातेहार में शिकायत दर्ज करायी है तो फिर जीरो एफआईआर का औचित्य क्या है?
क्या है जीरो एफआईआर?
जीरो एफआईआर एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके तहत किसी भी पुलिस स्टेशन में अपराध की रिपोर्ट दर्ज करायी जा सकती है, चाहे वह घटना उस पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में हुई हो या नहीं. इसके बाद संबंधित थाने को वह केस आगे की कार्रवाई के लिए भेज दिया जाता है.

