प्रतिनिधि, नीलांबर पीतांबरपुर
झारखंड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधियों ने पांकी विधायक डॉ शशि भूषण मेहता की अनुपस्थिति में शनिवार को जिला प्रतिनिधि प्रकाश मेहता को ज्ञापन सौंपा है. जिसमें उन्होंने विधानसभा सत्र के दौरान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर चार से सात अगस्त तक विधानसभा घेराव करने की जानकारी दी है. उन्होंने कहा है कि विगत विधानसभा चुनाव 2019 के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभाओं में तथा घोषणा पत्र में सहायक अध्यापकों को समान काम का समान वेतन तीन महीने के अंदर दिये जाने की घोषणा की गयी थी. लेकिन अभी तक उस पर कोई पहल नहीं हुआ है. सरकार ने केवल एक नियमावली बना दी जिसमें 40 से 50 प्रतिशत मानदेय बढ़ोतरी हुई और सामाजिक सुरक्षा के तहत सामान्य भविष्य निधि का लाभ दिया गया. उन्होंने कहा कि झारखंड के सहायक अध्यापक विगत 25 वर्षों से अपनी सेवा दे रहे हैं. टेट एवं विभागीय आकलन परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं, लेकिन वेतनमान अथवा समान काम का समान वेतन देने में सरकार एवं विभाग के अधिकारियों को तकनीकी एवं कानूनी अडचन आ रही है .जबकि मदरसा एवं संस्कृत विद्यालयों में बिना टेट अथवा दक्षता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों की नियुक्ति कर उन्हें इसी सरकार ॉद्वारा 9300 से लेकर 34800 का वेतनमान एवं पुरानी पेंशन की स्वीकृति दी गयी है. उन्होंने आगे कहा कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समान काम का समान वेतन देने का न्यायिक आदेश पारित है. इस संदर्भ में कार्मिक लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग भारत सरकार का 2019 में पत्र निर्गत है. उन्होंने अपनी इन मांगों को विधानसभा सत्र के दौरान विधानसभा में जोरदार तरीके से उठाने का आग्रह किया है. मौके पर संघर्ष मोर्चा के सदस्य विनोद तिवारी सतीश कुमार सिंह विजय कुमार सिंह प्रकाश कुमार पासवान अनुज दुबे विद्याराम पासवान मोबीन अहमद राजीव रंजन शुक्ला मोहम्मद इदरीश समेत कई पारा शिक्षक मौजूद थे.
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