मेदिनीनगर ़ अखिल भारतीय मध्य देशीय वैश्य सभा (हलवाई समाज) के तत्वावधान में शनिवार को श्री-श्री गणिनाथ गोविंद जी महाराज की जयंती धूमधाम से मनायी गयी. साथ ही समाज का 41वां वार्षिकोत्सव सह सम्मान समारोह भी उत्साहपूर्वक आयोजित किया गया. इस अवसर पर पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्मृति नगर भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पूजा-अर्चना से कार्यक्रम की शुरुआत, शोभायात्रा निकाली गयी प्रातःकाल कार्यक्रम की शुरुआत बाबा गणिनाथ गोविंद जी की विधिवत पूजा-अर्चना से की गयी, जिसे पुरोहित ने वैदिक विधियों से संपन्न कराया. पूजा के बाद प्रसाद वितरण और हलवाई समाज का ध्वजारोहण हुआ. इसके उपरांत बाजे-गाजे और सुसज्जित रथ के साथ एक शोभायात्रा निकाली गयी, जिसमें बाबा की तस्वीर को रथ पर सजाया गया था. शोभायात्रा टाउन हॉल परिसर से निकलकर शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए नगर भवन पहुँची. इस दौरान श्रद्धालुओं ने जयघोष किया गया, जिससे पूरे वातावरण में भक्ति की गूंज रही. विचार गोष्ठी व सम्मान समारोह का आयोजन शोभायात्रा के उपरांत नगर भवन में विचार गोष्ठी व सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता वैश्य सभा के अध्यक्ष प्रभात कुमार गुप्ता ने की और संचालन अमर गुप्ता ने किया. कार्यक्रम का उद्घाटन नगर निगम की पूर्व मेयर अरुणा शंकर और जिला शिक्षा अधीक्षक संदीप कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. समिति ने अतिथियों को गुलदस्ता और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया. संगठन, शिक्षा और जागरूकता पर जोर मुख्य अतिथि श्रीमती अरुणा शंकर ने कहा, किसी भी समाज का विकास तभी संभव है, जब वह संगठित हो. संगठन में ही शक्ति है. उन्होंने महिलाओं को सामाजिक बदलाव में सक्रिय भूमिका निभाने की आवश्यकता पर बल दिया और समाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटाने का आह्वान किया. विशिष्ट अतिथि डीएसइ संदीप कुमार ने कहा, शिक्षा वह कुंजी है जिससे समाज में बदलाव आता है. बच्चों को संस्कारयुक्त शिक्षा दें, जिससे वे एक बेहतर भविष्य का निर्माण करें और समाज के लिए उपयोगी बने. बाबा गणिनाथ के आदर्शों पर चलने का संदेश सभा के प्रदेश प्रवक्ता विनय कुमार बीनू, मनोहर कुमार लाली, बीरेंद्र साव, दशरथ प्रसाद, माया देवी, रेणु देवी, नीरा देवी, ओमप्रकाश गुप्ता आदि ने बाबा गणिनाथ गोविंद जी के आदर्श जीवन पर प्रकाश डाला और समाज को उनके दिखाए मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी. उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों को समाप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया. प्रबुद्ध जनों का सम्मान, बच्चों और महिलाओं की भागीदारी समारोह में समाज के प्रबुद्ध जनों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया. इस मौके पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों से भारी संख्या में महिला, पुरुष और बच्चे शामिल हुए. सभी वर्गों की सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की. कार्यक्रम की सफलता में कई लोगों की भूमिका कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक महेंद्र प्रसाद, विशाल, आशीष गुप्ता, रंजन कुमार पप्पू, सूरज, अमनर, मनोहर, रोहित, अनिल, सुनील, अशोक, मुन्ना, धर्मेंद्र, शशिकांत गुप्ता सहित कई समाजसेवियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.
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