प्रतिनिधि, मेदिनीनगर
पलामू के उंटारी थाना क्षेत्र के जोगा गांव से पुलिस ने दस लाख का इनामी उग्रवादी रामसुंदर राम उर्फ आलोक जी उर्फ वजन जी उर्फ मक्खन जी को पकड़ा है. आलोक की गिरफ्तारी में पलामू और गढ़वा पुलिस का संयुक्त प्रयास रहा. गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में पलामू प्रक्षेत्र के डीआईजी विपुल कुमार शुक्ला ने यह जानकारी दी.
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आलोक वर्ष 2011 में जमानत पर छुटा था. चार मामलों में उसका जमानत टूट गया था. माओवादी आलोक झारखंड-बिहार रिजनल कमेटी का सदस्य था. वह कई कांडों में शामिल रहा है. डीआईजी श्री शुक्ला ने बताया कि पलामू-गढ़वा के अलावा बिहार के सीमावर्ती इलाकों में उसकी सक्रियता थी. सरकार ने उसके खिलाफ दस लाख के इनाम की घोषणा की है.
पुलिस के समक्ष आलोक ने स्वीकार किया कि 1999 में पहली बार जेल गया था.2003 में जेल से छुटा था. इसके बाद 2005 से फिर से वह माओवादियों के लिए काम करने लगा था. इस दौरान उसने विधानसभा चुनाव के दौरान छतरपुर में बारुदी सुरंग विस्फोट किया था जिसमें थाना प्रभारी अशोक पासवान सहित कई जवानों की मौत हुई थी.
इसके अलावा भी वह पलामू व गढ़वा के 20 उग्रवादी कांडों में शामिल रहा है. उसने पुलिस के समक्ष यह बताया कि जब कामेश्वर बैठा (पूर्व सांसद) जेल गये और वह माओवादियों से अलग हटकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अपनी आस्था जतायी तो उसके बाद उसे स्पेशल कमेटी में शामिल किया गया था. इसके पहले वह एरिया व जोनल कमांडर के पद पर भी काम कर चुका है. प्रेस कांफ्रेंस में पलामू के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा मौजूद थे.