– ब्रजेश/कौशल –
विश्रमपुर/रेहला : तीन वर्ष पहले चेन्नई कमाने गये अपने नाबालिग बेटे की तलाश में दर–दर भटक रहा है एक वृद्घ दंपती. मामला विश्रमपुर थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव का है.
इस संबंध में वृद्घ दंपति ने थाने से लेकर एसपी तक को अपना दुखड़ा सुनाया. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. थक कर दंपती ने न्यायलय से अपने बेटे की तलाश कराने की गुहार लगायी है. दंपती का आरोप है कि लेबर सप्लायर ने उनके बेटे को चेन्नई में किसी के हाथों बेच दिया है. या उसके बेटे के साथ कोई अनहोनी हो गयी है.
क्या है मामला
विश्रमपुर थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव निवासी जगदीश पासवान के नाबालिग बेटे उपेंद्र पासवान को तीन साल पहले 25 जुलाई़ 2010 को गांव का ही लेबर सप्लायर बबलू विश्वकर्मा काम दिलाने के नाम पर चेन्नई ले गया था. उपेद्र के साथ लेबर सप्लायर गांव के ही कंचन पासवान, लाला पासवान, गुड्ड पासवान को भी काम दिलाने के नाम पर कथित रूप से चेन्नई ले गया था.
उपेंद्र को छोड़ कर सभी लड़के 22 दिन के बाद वापस अपने घर आ गये. उपेंद्र की मां वृजापति देवी व पिता जगदीश पासवान ने जब अपने बेटे के बारे में लेबर सप्लायर बबलू विश्वकर्मा से पूछा, तो कोई संतोषजनक जबाब नहीं मिला. सब कोशिश के बाद वृद्घ दंपती ने न्यायालय से अपने बेटे की तलाश की गुहार लगायी है.