बेतला. बच्ची के साथ कुकर्म के प्रयास की घटना के बाद सोमवार की सुबह से ही बेतला, पोखरी व अखरा के ग्रामीण पहुंचने लगे थे. इसमें दोनों समुदाय के लोग शामिल थे. आक्रोशित ग्रामीणों ने सीआरपीएफ कैंप को यहां से हटाने की मांग की. समाजसेवी हाजी मुमताज अली ने ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास किया. उन्होंने पुलिस प्रशासन से दोषियों पर मामला दर्ज करने की बात कही. उन्होंने कहा कि चापानल नहीं होने के कारण लोग पानी लेने के लिए घर से एक-दो किमी दूर तक जाते हैं.
जिस बच्ची के साथ दुष्कर्म के प्रयास का आरोप है, वह पानी लेने के लिए ही घर से निकली थी. बीडीओ संजय कुमार ने दूरभाष पर चापानल लगाने की बात कही. इधर, मामले को सलटाने का प्रयास रविवार को ही किया गया था. सीआरपीएफ के सीओ रामपलट ने ग्रामीणों के साथ बातचीत की थी. उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि दोनों जवान को निलंबित कर दिया जायेगा. दोनों जवान ने भी ग्रामीणों के समक्ष ऐसा न करने की बात कही थी,
लेकिन सुबह सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जमा हो गये. डीएसपी अनूप बड़ाइक, थाना प्रभारी धनंजय प्रसाद ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया. कहा कि दोषी पर निश्चित रूप से कार्रवाई होगी. मामला अनुसंधान का है. पुलिस के अनुसार शौचालय पूरी तरह गंदा था, इसलिए वहां कोई भी जवान जा ही नहीं सकता था. इसके बाद ग्रामीण और उग्र हो गये. सड़क पर बैठ कर पुलिस के खिलाफ नारे लगाने लगे. इसके थोड़ी देर के बाद बेतला कैंप में अतिरिक्त सीआरपीएफ के जवानों को बुला लिया गया.