मेदिनीनगर : सदर अस्पताल में नियमित सफाई इस वजह से नहीं हो रही है, क्योंकि सफाई मद में मिलने वाली राशि अभी तक उपलब्ध नहीं है. पूर्व में सिविल सर्जन द्वारा बैठक कर यह निर्णय लिया गया था कि सफाई कार्य के लिए चयनित की गयी समिति को तभी कार्यादेश दिया जायेगा, जब आवंटन उपलब्ध हो. सिविल सर्जन द्वारा लिये गये इस निर्णय को उपायुक्त पूजा सिंघल ने निरस्त कर दिया है.
उपायुक्त श्रीमती सिंघल ने कहा कि अस्पताल की नियमित सफाई जरूरी है. फंड नहीं होने की बात कह कर सफाई कार्य के लिए कार्यादेश नहींदेने का निर्णय किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है. इसलिए इससे संबंधित जो भी प्रक्रिया है, उसे तीन दिन के अंदर पूरा करते हुए सफाई कार्य के लिए कार्यादेश निर्गत किया जाये, ताकि अस्पताल में नियमित रूप से सफाई का कार्य हो सके.
शुक्रवार को उपायुक्त श्रीमती सिंघल की अध्यक्षता में जिला अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक हुई. इसमें कई अहम निर्णय लिये गये. बैठक में ओपीडी के समय में परिवर्तन किया गया है. अब ओपीडी सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक चलेगा. जल्द ही इस नियम को प्रभावी करने को कहा गया है.
डीसी श्रीमती सिंघल ने सिविल सर्जन को यह निर्देश दिया कि वह पूर्ण विवरण तैयार करें कि सदर अस्पताल की व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए क्या-क्या जरूरी है और उनके लिए कितनी राशि की आवश्यकता है. ताकि सरकार को लिखा जा सके. बैठक में यह बताया गया कि सदर अस्पताल में सफाई का कार्य आउटसोर्सिग के माध्यम से कराया जाता है.
पूर्व में जिसे कार्य मिला था, उसके कार्य को संतोषप्रद नहीं बताते हुए नये संस्था का चयन किया गया है. लेकिन उसे कार्य का आदेश नहीं मिला था. इसके कारण पिछले दो महीने से सदर अस्पताल में नियमित सफाई नहीं हो रही थी. इस मामले को अखबार ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था. इस मामले को उपायुक्त श्रीमती सिंघल ने गंभीरता से लेते हुए बैठक आहूत की. जिसमें यह निर्णय लिया गया. बैठक में यह कहा गया कि जो आदेश निर्गत किये गये हैं, उसके आलोक में क्या काम हुआ. इसकी जानकारी लेंगी.
* फंड नहीं होने का हवाला देकर सफाई के लिए कार्यादेश नहींदेने का निर्णय उचित नहीं है. इसलिए इससे संबंधित जो भी प्रक्रिया है, उसे तीन दिन के अंदर पूरा करते हुए सफाई के लिए कार्यादेश निर्गत किया जाये.
पूजा सिंघल, डीसी