मेदिनीनगर : नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय की ओर से यह निर्देश जारी किया गया है कि अब कॉलेज के सभी शिक्षक, कर्मचारी भी अपनी संपत्ति की घोषणा करेंगे. इसके लिए एक प्रारूप उपलब्ध कराया गया है.
विश्वविद्यालय से प्राप्त आदेश के आलोक में शुक्रवार को जीएलए कॉलेज में बैठक आहूत की गयी. इसमें प्रभारी प्राचार्य डॉ जयगोपालधर दुबे ने शिक्षक और कर्मचारियों को इस आशय की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि संपत्ति की घोषणा झारखंड भ्रष्टाचार निषेध अधिनियम की धारा 34 के अधीन होगी.
बैठक में विवि से प्राप्त निर्देश के आलोक में यूजीसी की 12 वीं योजनामद में कॉलेज के लिए अनुदान प्राप्ति हेतु प्रक्रिया प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया. बैठक में यह तय किया गया कि नैक से मूल्यांकन के लिए कॉलेज में एक समिति बनायी जायेगी और नैक टीम से कॉलेज का मूल्यांकन कराया जायेगा. क्योंकि 12 वीं योजना मद में यूजीसी से अनुदान प्राप्त करने के लिए नैक (यूजीसी-मूल्यांकन एवं प्रत्ययन परिषद) का मूल्यांकन अनिवार्य कर दिया गया है.
बैठक में कॉलेज के विकास, भवन निर्माण समिति, यूजीसी समिति का पुनगर्ठन का निर्णय लिया गया. बैठक में डॉ कुमार वीरेंद्र, प्रोफेसर दिनेशचंद्र दुबे, प्रो भीम राम, प्रो विनय कुमार बैठा, प्रो संजीव कुमार सिंह, डॉ मंजु सिंह, प्रो एके यादव, डॉ विजय पांडेय, प्रो सत्येंद्र कुमार सिंह, डॉ विमल कुमार सिंह, डॉ विभेष चौबे, डॉ आरके झा मौजूद थे.