* मुखिया पति पुलिस हिरासत में
तरहसी (पलामू) : गुरहा के मुखिया सबा फिरदौस के नौकर श्याम लाल साव(22) की मौत शनिवार की रात हो गयी. रविवार को भोर में करीब तीन बजे मुखिया पति गुल खां के बोलेरो जीप पर उसके शव को उसके गांव परसही ले जाया गया और यह बताया गया कि रात में श्यामलाल की तबियत अचानक बिगड़ गयी थी.
इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी. श्यामलाल साव तरहसी थाना क्षेत्र के परसही गांव का रहने वाला था. करीब दो साल से वह मुखिया सबा फिरदौस के घर में नौकर के रूप में काम करता था. उसके पिता बलराम साव के मुताबिक उसे जो सूचना है, उसके मुताबिक रात 11 बजे तक वह बिल्कुल स्वस्थ था.
अचानक उसे आखिर हो क्या गया? बलराम साव का आरोप है कि उसके पुत्र श्यामलाल साव की हत्या हुई है और इस हत्या में मुखिया पति गुल खां का हाथ है. जैसे ही गांव के लोगों को यह पता चला कि श्यामलाल की मौत हो गयी है. वहां जुट गये और कहा कि तब तक वे लोग शव को नहीं उठाने देंगे, जब तक विधायक विदेश सिंह गांव नहीं पहुंचेंगे. विधायक विदेश सिंह के पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने शव को उठाने दिया.
उसके बाद अंत्यपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल भेजा गया. जानकारी मिलने के बाद पुलिस उपाधीक्षक(वन) मुकेश कुमार महतो घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है. पुलिस ने पूछताछ के लिए मुखिया पति गुल खां को हिरासत में लिया है.
* क्या कहती है पुलिस
पुलिस उपाधीक्षक मुकेश कुमार महतो का कहना है कि मामले की छानबीन की जा रही है. प्रथम दृष्टया में यह मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है. मृतक के गले में निशान पाया गया है. पुलिस सभी पहलुओं पर छानबीन कर रही है. अंत्यपरीक्षण रिपोर्ट आने के बाद सबकुछ साफ होगा. पुलिस को घटनास्थल से रस्सी भी मिली है.
* क्या कहते हैं विधायक
विधायक विदेश सिंह ने कहा कि मामले को देखने के बाद ऐसा प्रतीत हो रहा है कि श्यामलाल साव की हत्या की गयी है. इसमें जो भी शामिल है, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. दोषी बख्शे नहीं जायेंगे.
– हत्या की आशंका
* पुलिस के अनुसंधान में उभरे तथ्य
* आखिर अचानक कैसे बिगड़ी श्यामलाल की तबीयत
* पहले बतायी गयी हार्ट अटैक की बात, फिर घर में मिली रस्सी
* प्रारंभिक अनुसंधान में मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है
– आरोप गलत
मुखिया पति गुल खां ने कहा कि उनके खिलाफ जो आरोप लग रहे हैं, वह गलत है. श्यामलाल उनके घर परिवार के सदस्य की तरह रहता था. उसकी तबियत बिगड़ी थी. इलाज के लिए ले जाया गया था. तब उसकी मौत हुई है. ऐसे में मुझपर या मेरे परिवार पर शक करना उचित नहीं है. श्यामलाल उनके घर रह कर कागजी कार्य का निबटारा करता था.