विश्रामपुर : विश्रामपुर को अनुमंडल का दर्जा देने की मांग करीब 19 वर्षों से हो रही है. पिछले तीन विधानसभा चुनाव के दौरान लगभग सभी पार्टियों व प्रत्याशियों ने अपने चुनावी घोषणा में इसे प्रमुखता से शामिल भी किया. लेकिन चुनाव खत्म होते ही यह मुद्दा छोड़ दिया गया.
विश्रामपुर को अनुमंडल बनवाने की मुहिम सबसे पहले क्षेत्र के विधायक व स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने ही वर्ष 2000 में शुरू की थी. प्रस्तावित अनुमंडल में चार प्रखंड व एक नगर निकाय को शामिल किया जाना है. इनमे विश्रामपुर, पांडु, उंटरी रोड व नावबाजार प्रखंड के अलावा विश्रामपुर नगर परिषद शामिल हैं.
स्थानीय विधायक सह मंत्री ने ईमानदारी से प्रयास किया होता, तो विश्रामपुर अनुमंडल बन गया होता. अनुमंडल से प्रशासनिक कार्य आसान होंगे तथा क्षेत्र का भी विकास होगा.
विजय रविदास
चुनाव आने पर सभी दलों के प्रत्याशी, विश्रामपुर को अनुमंडल बनाने का वादा करते हैं. अब तो जनता उनके जुमले से ऊब चुकी है. जनता को खुद सड़क पर उतरना होगा.
अरविंद चौबे
विश्रामपुर के अनुमंडल बन जाने से यहां विकास की गति और तेज हो जाती. अनुमंडलीय कार्य के लिए लोगों को 80 किमी दूर मेदिनीनगर नहीं जाना पड़ता.
संतोष चौबे
क्या कहते हैं विधायक
विश्रामपुर को अनुमंडल बनाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद विश्रामपुर को जल्द ही अनुमंडल का दर्जा मिल जायेगा.
रामचंद्र चंद्रवंशी, विधायक विश्रामपुर सह स्वास्थ्य मंत्री